हल्द्वानी: उत्तराखंड के युवाओं को रोजगार देने के लिए नैनीताल-उधम सिंह नगर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद अजय भट्ट ने अजय भट्ट ने केंद्रीय कौशल विकास मंत्री महेंद्र पांडे पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने उत्तराखंड के ज्यादा से ज्यादा युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिए जाने की मांग की है.
पत्र के माध्यम से सांसद भट्ट ने केंद्रीय मंत्री पांडे को न सिर्फ उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति से अवगत कराया है, बल्कि उनका यहां के युवाओं का कौशल विकास की आवश्यकताओं के प्रति भी ध्यान आकर्षित किया है. पत्र में सांसद अजय भट्ट ने लिखा है कि उत्तराखंड के पर्वतीय राज्य है. जिसके नौ जिले पूरी तरह से पर्वतीय है. उधम सिंह नगर, देहरादून हरिद्वार और नैनीताल मैदानी जिले हैं, लेकिन देहरादून और नैनीताल जिले की भी आधी भौगोलिक परिस्थिति पर्वतीय है. हरिद्वार और उधम सिंह नगर जिले की स्थिति को देखते हुए इन्हें आकाशीय जिले में चयन किया गया है. जिस पर केंद्रीय मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए सांसद अजय भट्ट ने यहां के युवक-युवतियों के पास रोजगार न होने के कारण उनके उचित कौशल विकास प्रशिक्षण किए जाने की मांग की है.
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सांसद अजय भट्ट ने पत्र के माध्यम से यह भी बताया है कि यहां के युवक-युवतियों के पास रोजगार ना होने के कारण और किसी प्रकार के कौशल विकास का प्रशिक्षण न मिलने के कारण अधिकांश युवा पलायन कर रहे हैं. 2011 की जनगणना के अनुसार 167093 गांव में से 1048 गांव गैर आबाद यानी खाली हो चुके हैं. यही नहीं उत्तराखंड राज्य की सीमाएं नेपाल, चीन से लगती हैं. ऐसी स्थिति में यहां से पलायन होना देश की सीमा सुरक्षा और उत्तराखंड के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है. किसी भी राज्य की सीमाएं जो विदेशों से लगती है वह हर प्रकार से सुदृढ़ होना चाहिए. यहां के युवक-युवतियों को अधिकाधिक कौशल विकास के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जाना अति आवश्यक है.
सांसद अजय भट्ट ने कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि पूर्वोत्तर राज्यों में विशेष सुविधाएं दी जाती हैं, जबकि उत्तराखंड की स्थिति भी पूर्वोत्तर राज्यों जैसी है. प्रधानमंत्री द्वारा चलाई जा रही कौशल विकास योजना के अंतर्गत कौशल विकास केंद्रों को खोलने का उद्देश्य अधिकाधिक बेरोजगार युवक-युवतियों को प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनाना है. लिहाजा उत्तराखंड जैसे विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले राज्य में अधिकाधिक कौशल विकास केंद्रों को खोलकर बेरोजगार युवक-युवतियों को प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए. इससे बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध हो पाएगा और राज्य का पलायन भी रुकेगा.