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भीमताल का औद्योगिक क्षेत्र वीरान घाटी में तब्दील, विधायक राम सिंह कैड़ा ने उठाई ये मांग

पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने 80 के दशक में भीमताल में कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय फैक्ट्रियां स्थापित करवाई थीं. ताकि, पहाड़ी राज्य का विकास हो सके और युवाओं को घर बैठे ही रोजगार मिल सके. उन्होंने भीमताल में मिनी सिडकुल स्थापित करने का संकल्प भी लिया था. लेकिन सरकार की बेरुखी से धीरे-धीरे कंपनियां सामान समेट कर निकल गईं. जिससे एनडी तिवारी का सपना अधूरा सा रह गया. अब भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने सरकार से सिडकुल को बसाने की अपील की है.

MLA Ram Singh Kaira Demand
भीमताल का औद्योगिक क्षेत्र वीरान
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Published : Jun 19, 2023, 11:47 AM IST

Updated : Jun 19, 2023, 12:13 PM IST

भीमताल का औद्योगिक क्षेत्र वीरान घाटी में तब्दील.

हल्द्वानीः पहाड़ के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से 80 के दशक में केंद्रीय उद्योग मंत्रालय और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने भीमताल में सिडकुल की स्थापना की थी. लेकिन आज भीमताल स्थित औद्योगिक क्षेत्र वीरान हो चुका है. अब इन जमीनों पर भू माफिया नजर टिकी हुई हैं. भूमाफिया जमीन को खुर्द खुर्द भी कर रहे हैं. ऐसे में स्थानीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने वीरान हो रहे सिडकुल को फिर से बसाने की गुहार सरकार से लगाई है. ताकि, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके.

एनडी तिवारी के प्रयासों से रखी गई सिडकुल की नींवः गौर हो कि 80-90 के दशक में उत्तर प्रदेश के समय में भीमताल और उसके आस पास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को रोजगार देने और पहाड़ से पलायन रोकने के लिए भारत सरकार की ओर से सिडकुल की नींव रखी गई थी. तत्कालीन केंद्रीय उद्योग मंत्री एनडी तिवारी के प्रयासों से सिडकुल की स्थापना भी हुई. उस दौरान भीमताल की औद्योगिक घाटी में कई नामी कंपनियों का आगमन शुरू हुआ, जिससे विकास की एक नई उम्मीद जगी.

वीरान नजर आ रहा औद्योगिक क्षेत्रः इतना ही नहीं सिडकुल स्थापित होने से हजारों परिवारों को रोजगार भी मिला, लेकिन धीरे धीरे कंपनियां सब्सिडी डकार कर अपने उद्योगों को बंद कर यहां से चलती बनी. कभी हजारों लोगों को रोजगार देने वाली सिडकुल की कंपनियों के ऑफिस अब वीरान खंडहरों में तब्दील हो गए हैं. कई एकड़ में फैली इस जमीन पर आज घनी झाड़ियां उग गई हैं. इतना ही नहीं यह जगह असामाजिक तत्वों का अड्डा बनकर रह गयी है.
ये भी पढ़ेंः सरकार की बेरुखी से बंद हुई फैक्ट्रियां, अधूरा रह गया एनडी तिवारी का सपना

कारोबार समेट कर निकले कंपनी मालिक: तत्कालीन केंद्रीय उद्योग मंत्री एनडी तिवारी ने अपने गृह जनपद क्षेत्र भीमताल, रामगढ़, ओखलकांडा, धारी और आसपास के दर्जनों क्षेत्रों से पलायन को रोकने और स्थानीय लोगों को घर के नजदीक रोजगार देने के लिए सिडकुल का निर्माण कराया था. लेकिन उत्तराखंड बनते ही कंपनियों ने प्रॉफिट कमाकर अपना कारोबार समेटना शुरू कर दिया. आज स्थिति ये हो गई है कि औद्योगिक नगरी वीरान नजर आ रही है.

फैक्ट्रियों को चलाने के लिए कई मजदूर संगठनों ने कई बार आंदोलन भी किया, लेकिन आंदोलन का कंपनियों पर कोई असर नहीं पड़ा. कंपनियां अपना बोरिया बिस्तर समेट कर यहां से जा चुकी हैं. स्थानीय लोग फिर से सिडकुल को चालू करने के लिए सरकार से भी कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकार भी सिडकुल को फिर से स्थापित करने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है. ऐसे में स्थानीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने फिर से भीमताल औद्योगिक क्षेत्र में नई कंपनी को स्थापित करने की सरकार से मांग की है. ताकि, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके.

क्या बोले भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा? भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए सरकार गंभीर है, जो भी उद्यमी आना चाहता है, उसका स्वागत है. उन्होंने कहा कि फिर से औद्योगिक क्षेत्र बसाने को लेकर सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं. कुछ कंपनियां आने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन भी करा रही हैं. उम्मीद है कि जल्द भीमताल का औद्योगिक क्षेत्र फिर से आबाद होगा.

भीमताल का औद्योगिक क्षेत्र वीरान घाटी में तब्दील.

हल्द्वानीः पहाड़ के युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के उद्देश्य से 80 के दशक में केंद्रीय उद्योग मंत्रालय और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने भीमताल में सिडकुल की स्थापना की थी. लेकिन आज भीमताल स्थित औद्योगिक क्षेत्र वीरान हो चुका है. अब इन जमीनों पर भू माफिया नजर टिकी हुई हैं. भूमाफिया जमीन को खुर्द खुर्द भी कर रहे हैं. ऐसे में स्थानीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने वीरान हो रहे सिडकुल को फिर से बसाने की गुहार सरकार से लगाई है. ताकि, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके.

एनडी तिवारी के प्रयासों से रखी गई सिडकुल की नींवः गौर हो कि 80-90 के दशक में उत्तर प्रदेश के समय में भीमताल और उसके आस पास के क्षेत्रों में स्थानीय लोगों को रोजगार देने और पहाड़ से पलायन रोकने के लिए भारत सरकार की ओर से सिडकुल की नींव रखी गई थी. तत्कालीन केंद्रीय उद्योग मंत्री एनडी तिवारी के प्रयासों से सिडकुल की स्थापना भी हुई. उस दौरान भीमताल की औद्योगिक घाटी में कई नामी कंपनियों का आगमन शुरू हुआ, जिससे विकास की एक नई उम्मीद जगी.

वीरान नजर आ रहा औद्योगिक क्षेत्रः इतना ही नहीं सिडकुल स्थापित होने से हजारों परिवारों को रोजगार भी मिला, लेकिन धीरे धीरे कंपनियां सब्सिडी डकार कर अपने उद्योगों को बंद कर यहां से चलती बनी. कभी हजारों लोगों को रोजगार देने वाली सिडकुल की कंपनियों के ऑफिस अब वीरान खंडहरों में तब्दील हो गए हैं. कई एकड़ में फैली इस जमीन पर आज घनी झाड़ियां उग गई हैं. इतना ही नहीं यह जगह असामाजिक तत्वों का अड्डा बनकर रह गयी है.
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कारोबार समेट कर निकले कंपनी मालिक: तत्कालीन केंद्रीय उद्योग मंत्री एनडी तिवारी ने अपने गृह जनपद क्षेत्र भीमताल, रामगढ़, ओखलकांडा, धारी और आसपास के दर्जनों क्षेत्रों से पलायन को रोकने और स्थानीय लोगों को घर के नजदीक रोजगार देने के लिए सिडकुल का निर्माण कराया था. लेकिन उत्तराखंड बनते ही कंपनियों ने प्रॉफिट कमाकर अपना कारोबार समेटना शुरू कर दिया. आज स्थिति ये हो गई है कि औद्योगिक नगरी वीरान नजर आ रही है.

फैक्ट्रियों को चलाने के लिए कई मजदूर संगठनों ने कई बार आंदोलन भी किया, लेकिन आंदोलन का कंपनियों पर कोई असर नहीं पड़ा. कंपनियां अपना बोरिया बिस्तर समेट कर यहां से जा चुकी हैं. स्थानीय लोग फिर से सिडकुल को चालू करने के लिए सरकार से भी कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकार भी सिडकुल को फिर से स्थापित करने को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है. ऐसे में स्थानीय विधायक राम सिंह कैड़ा ने फिर से भीमताल औद्योगिक क्षेत्र में नई कंपनी को स्थापित करने की सरकार से मांग की है. ताकि, स्थानीय युवाओं को रोजगार मिल सके.

क्या बोले भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा? भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने के लिए सरकार गंभीर है, जो भी उद्यमी आना चाहता है, उसका स्वागत है. उन्होंने कहा कि फिर से औद्योगिक क्षेत्र बसाने को लेकर सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं. कुछ कंपनियां आने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन भी करा रही हैं. उम्मीद है कि जल्द भीमताल का औद्योगिक क्षेत्र फिर से आबाद होगा.

Last Updated : Jun 19, 2023, 12:13 PM IST
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