रामनगर: दाबका नदी में पंजीकृत ट्रांसपोर्टरों (Registered transporters in Dabka river) ने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उप खनिज निकासी गेट पर तालाबंदी (sub mineral exit gate locked ) कर दी. खनन कारोबारियों ने प्रदेश सरकार पर खनन माफियाओं (Mining mafia benefits) को फायदा पहुंचाने के साथ ही कई गंभीर आरोप लगाए.
बता दें कि मंगलवार को ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के नेतृत्व में खनन कारोबारियों ने दाबका नदी के उप खनिज निकासी गेट पर तालाबंदी की और नई खनन नीति का जमकर विरोध किया. संजय नेगी ने कहा प्रदेश सरकार द्वारा 3 दिसंबर को इस नदी में खनिज निकासी की अनुमति के बाद नदी को खोल दिया गया था. आज 4 दिन नदी को खुले होने के बाद भी ट्रांसपोर्टरों का उप खनिज ना तो क्रशर स्वामी खरीद रहे हैं और ना ही कोई स्टॉकिस्ट खरीद रहा है. जिस कारण उनके आगे रोजी-रोटी और बेरोजगारी का संकट गहराने लगा है.
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उन्होंने कहा कि सरकार खनन माफियाओं के साथ गठजोड़ करते हुए उनका उत्पीड़न कर रही है. सरकार ने नई खनन नीति में खनन माफियाओं को लाभ पहुंचाने की नीति बनाई है. सरकार ने खेतों में समतलीकरण के नाम से अवैध खनन कराने की अनुमति दी है. जिससे खुलेआम अवैध खनन किया जा रहा है. कारोबारियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग को अनसुना किया गया तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे.