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प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ बौर जलाशय, पर्यटकों के खिले चेहरे

कालाढूंगी का बौर जलाशय इनदिनों प्रवासी पक्षियों से आगमन से गुलजार है. वहीं, बौर जलाशय में साइबेरियन, कज़ाकिस्तान व रूस, तिब्बत से प्रवासी पक्षियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है. इन प्रवासी पक्षियों की आमद से पक्षी प्रेमी भी खासे खुश नजर आ रहे हैं.

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अठखेलियां करती रंग बिरंगी पक्षियों से गुलजार हुआ बौर जलाशय
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Published : Jan 28, 2020, 6:53 PM IST

Updated : Jan 28, 2020, 10:23 PM IST

कालाढूंगी: हिमालयी राज्यों में पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर पक्षियों में भी देखने को मिला है. ऐसे में प्रवासी पक्षी भी उतराखंड का रुख कर रहे हैं. वहीं, प्रवासी पक्षी इन दिनों भोजन की तलाश में 5 हजार किलोमीटर दूर बौर जलाशय में अपना डेरा डाले हुए हैं. बौर जलाशय में साइबेरियन, कज़ाकिस्तान व रूस, तिब्बत से प्रवासी पक्षियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है. वहीं, इन प्रवासी पक्षियों की आमद से पक्षी प्रेमी भी खासे खुश नजर आ रहे हैं.

प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ बौर जलाशय

ये भी पढ़ें:मजदूर संघ ने IMPCL के अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप, आत्मदाह की दी धमकी

इनदिनों जलाशयों में अठखेली करते परिंदों के दीदार को पक्षी प्रेमी और सैलानी भी पहुंच रहे हैं. बौर जलाशय में 550 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती हैं. लेकिन सर्दियों में सुर्खाब, वाल क्रीपर, ब्लैक स्टॉर्क, पिनटेल, रेड क्रुसेड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, टीपीड, मलाड कार्बोरेटर पक्षी समेत तमाम किस्म के पक्षियों की प्रजातियां पहुंचने से बौर जलाशय गुलजार हो गया है.

ये भी पढ़ें:सीओ ने किया थाने का निरीक्षण, पुलिसकर्मियों को दिये दिशा निर्देश

बौर जलाशय में इनकी आमद के साथ-साथ इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग पर है, प्रवासी पक्षियों की आने से पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए शुभ संकेत है. वन क्षेत्राधिकारी नारायण गौतम ने बताया कि कॉर्बेट फाउंडेशन रामनगर की ओर से वन कर्मियों को मेहमान पक्षियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है और प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा का जिम्मेदारी भी वनकर्मियों पर है. वन विभाग पूर्ण रूप से प्रवासी पक्षियों की देखभाल में लगा हुआ है.

कालाढूंगी: हिमालयी राज्यों में पड़ रही कड़ाके की ठंड का असर पक्षियों में भी देखने को मिला है. ऐसे में प्रवासी पक्षी भी उतराखंड का रुख कर रहे हैं. वहीं, प्रवासी पक्षी इन दिनों भोजन की तलाश में 5 हजार किलोमीटर दूर बौर जलाशय में अपना डेरा डाले हुए हैं. बौर जलाशय में साइबेरियन, कज़ाकिस्तान व रूस, तिब्बत से प्रवासी पक्षियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है. वहीं, इन प्रवासी पक्षियों की आमद से पक्षी प्रेमी भी खासे खुश नजर आ रहे हैं.

प्रवासी पक्षियों से गुलजार हुआ बौर जलाशय

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इनदिनों जलाशयों में अठखेली करते परिंदों के दीदार को पक्षी प्रेमी और सैलानी भी पहुंच रहे हैं. बौर जलाशय में 550 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती हैं. लेकिन सर्दियों में सुर्खाब, वाल क्रीपर, ब्लैक स्टॉर्क, पिनटेल, रेड क्रुसेड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, टीपीड, मलाड कार्बोरेटर पक्षी समेत तमाम किस्म के पक्षियों की प्रजातियां पहुंचने से बौर जलाशय गुलजार हो गया है.

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बौर जलाशय में इनकी आमद के साथ-साथ इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी वन विभाग पर है, प्रवासी पक्षियों की आने से पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए शुभ संकेत है. वन क्षेत्राधिकारी नारायण गौतम ने बताया कि कॉर्बेट फाउंडेशन रामनगर की ओर से वन कर्मियों को मेहमान पक्षियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है और प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा का जिम्मेदारी भी वनकर्मियों पर है. वन विभाग पूर्ण रूप से प्रवासी पक्षियों की देखभाल में लगा हुआ है.

Intro:विश्व भर मैं कड़ाके की ठंड का असर पक्षियों मैं भी देखने को मिला है। उच्च हिमालयी देशों से प्रवासी पक्षियों ने बौर जलाशय का रुख किया है, उच्च हिमालयी देशों मैं पक्षियों को जान का खतरा पलायन करने को मजबूर कर दिया है। प्रवासी पक्षियों की सैकड़ो प्रजातियां इन दिनों भोजन की तलाश मैं 5 हजार किलोमीटर दूर बौर जलाशय मैं अपना डेरा डाले हुए है। बौर जलाशय इन दिनों पर्यटकों से भी गुलजार है रंग बिरंगी पक्षियों ने बौर जलाशय का माहौल खुशनुमा कर दिया है।Body:सर्दियां शुरू होते ही बौर जलाशय में साइबेरियन, कज़ाकिस्तान व रूस, तिब्बत से प्रवासी पक्षियों ने पहुंचना शुरू कर दिया है। बौर जलाशय समेत आस-पास की नदियों व जलाशयों में प्रवासी पक्षियों ने डेरा जमा लिया है.
जलाशयों में अठखेली करते परिंदों के दीदार को पक्षी प्रेमी और सैलानी पहुंच रहे हैं। बौर जलाशय में 550 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पायी जाती हैं. लेकिन सर्दियों में सुर्खाब, वाल क्रीपर,ब्लैक स्टॉर्क, पिनटेल, रेड क्रुसेड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड, टीपीड, मलाड कार्बोरेन्ट समेत तमाम किस्म के पक्षियों की प्रजातियां पहुंचने से बौर जलाशय गुलजार हो गए है।

बौर जलाशय में इनकी आमद के साथ-साथ इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी वन महकमे पर है, जिसको लेकर वन महकमा चिंतित है. सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम की बात कर रहा है. प्रवासी पक्षियों की आमद पर्यटन से जुड़े कारोबारियों के लिए शुभ संकेत है।Conclusion:तराई पश्चमी वन प्रभाग के बरहैनी रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रूप नारायण गौतम ने बताया कि कॉर्बेट फाउंडेशन रामनगर की ओर से वन कर्मियों को मेहमान पक्षियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है और प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा का जिम्मा भी वनकर्मियों पर है। वन विभाग पूर्ण रूप से प्रवासी पक्षियों की देखभाल मैं लगा हुआ है।
Last Updated : Jan 28, 2020, 10:23 PM IST
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