हल्द्वानी: रामलीला मैदान में आयोजित शहीद सम्मान यात्रा कार्यक्रम (Shaheed Samman yatra Program) के दौरान अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ गोस्वामी (Ashok Chakra winner Shaheed Mohan Nath Goswami) की पत्नी भावना गोस्वामी ने सम्मान कार्यक्रम को लेकर सवाल उठाया (Bhavna Swamy raised questions about honor program). उन्होंने कहा इस सम्मान क्या फायदा, जहां पिछले 6 सालों से उनको नौकरी नहीं मिल पाई है. जिसके जवाब में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी (Sainik Welfare Minister Ganesh Joshi) ने कहा भावना के परिवारिक विवाद के चलेत लेट हो रहा है. जिसे सुन शहीद की पत्नी मंत्री गणेश जोशी पर भड़क गईं.
भावना गोस्वामी ने कहा जिस समय उनके पति शहीद हुए थे, उस समय सरकार ने उनके नाम पर स्कूल, स्टेडियम और सड़क बनाने की घोषणा की थी. साथ ही उनको सरकारी नौकरी देने की भी बात कही गई थी, लेकिन 6 साल बाद भी उनको नौकरी नहीं दी गई.
वहीं, भावना गोस्वामी के नौकरी नहीं दिए जाने के सवाल पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा यह और उनके परिवार का आपसी मामला है. उनकी सास और उनमें आपसी विवाद चल रहा है. जिसके चलते थोड़ी लेट हुआ है. भावना गोस्वामी की नौकरी की करवाई कि कागजात आगे बढ़ाई गई है.
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सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी द्वारा सास-बहू का आपसी विवाद बताए जाने पर शहीद की पत्नी भावना गोस्वामी भड़क गई. उन्होंने कहा मंत्री गणेश जोशी को इस तरह से उनके परिवार का विवाद मीडिया के सामने बोलना शोभा नहीं देता. हमारे परिवार का विवाद मंत्री के कानों में किसने डाली है. सभी परिवार में थोड़ा बहुत चलता रहता है.
भावना गोस्वामी ने आरोप लगाया कि जिस समय उनके पति की मौत हुई थी, उसके छह महीने बाद उनके ससुराल वालों ने मारपीट कर उनको निकाल दिया था. उस दौरान उन्होंने अपनी बच्ची के साथ स्टेशन पर अपना समय बिताया. जिस समय उनके साथ अत्याचार हुआ, उस दौरान सरकार, उनके मंत्री और जनता कहां थी? भावना गोस्वामी का कहना है कि यह उनके परिवार का आपसी विवाद है. जब मंत्री ने मीडिया के सामने उनकी परिवार की बात को सामने रख दिया तो अब उनका पीड़ा सामने आया है.