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कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार गोकर्ण सिंह को मरणोपरांत सेना मेडल, कश्मीर आतंकी हमले में हुए थे शहीद

बीते साल 1 मई 2020 को उत्तरी कश्मीर के बारामुला में पाकिस्तानी गोलाबारी में कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार गोकर्ण सिंह शहीद हो गए थे. अब उन्हें मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा.

gokarna singh
गोकर्ण सिंह
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Published : Aug 17, 2021, 8:59 PM IST

Updated : Aug 17, 2021, 10:09 PM IST

हल्द्वानी: बीते साल जम्मू कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से लोहा लेते हुए भारतीय सेना की 21 कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार गोकर्ण सिंह शहीद हो गए थे. पिथौरागढ़ के रहने वाले गोकर्ण सिंह ने अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य का परिचय दिया था. अब उन्हें मरणोपरांत भारतीय सेना की ओर से सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा.

गौर हो कि बीते साल यानी 1 मई 2020 को मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के नापड़ गांव मुनस्यारी ब्लॉक के रहने वाले 41 वर्षीय हवलदार गोकर्ण सिंह शहीद हो गए थे. उन्होंने उत्तरी कश्मीर के बारामुला में पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने प्राणों की आहुति दी थी. वे 21 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे. वर्तमान में उनका परिवार हल्द्वानी के मोटहल्दु स्थित पदमपुर देवालिया में रहता है. जबकि, वो दिसंबर 2020 में सेवानिवृत्त होने वाले थे.

ये भी पढ़ेंः कारगिल के हीरो कैप्टन विक्रम बत्रा ने प्वाइंट 5140 जीतने के बाद कहा था- 'ये दिल मांगे मोर'

अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य का परिचय देते हुए अपने प्राण देश की रक्षा के लिए न्यौछावर करने वाले हवलदार गोकर्ण सिंह को अब मरणोपरांत सेना मेडल सम्मानित किया जाएगा. भारतीय सेना ने 15 अगस्त को सेना मेडल देने की घोषणा की थी. राष्ट्रपति की ओर से उनके पत्नी गीता देवी को यह मेडल दिया जाएगा. फिलहाल, अभी राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित करने के लिए बुलावा नहीं आया है, लेकिन इसकी घोषणा हो जाने के बाद क्षेत्रवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

हल्द्वानी: बीते साल जम्मू कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से लोहा लेते हुए भारतीय सेना की 21 कुमाऊं रेजिमेंट के हवलदार गोकर्ण सिंह शहीद हो गए थे. पिथौरागढ़ के रहने वाले गोकर्ण सिंह ने अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य का परिचय दिया था. अब उन्हें मरणोपरांत भारतीय सेना की ओर से सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा.

गौर हो कि बीते साल यानी 1 मई 2020 को मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के नापड़ गांव मुनस्यारी ब्लॉक के रहने वाले 41 वर्षीय हवलदार गोकर्ण सिंह शहीद हो गए थे. उन्होंने उत्तरी कश्मीर के बारामुला में पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने प्राणों की आहुति दी थी. वे 21 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे. वर्तमान में उनका परिवार हल्द्वानी के मोटहल्दु स्थित पदमपुर देवालिया में रहता है. जबकि, वो दिसंबर 2020 में सेवानिवृत्त होने वाले थे.

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अदम्य साहस, पराक्रम और शौर्य का परिचय देते हुए अपने प्राण देश की रक्षा के लिए न्यौछावर करने वाले हवलदार गोकर्ण सिंह को अब मरणोपरांत सेना मेडल सम्मानित किया जाएगा. भारतीय सेना ने 15 अगस्त को सेना मेडल देने की घोषणा की थी. राष्ट्रपति की ओर से उनके पत्नी गीता देवी को यह मेडल दिया जाएगा. फिलहाल, अभी राष्ट्रपति की ओर से सम्मानित करने के लिए बुलावा नहीं आया है, लेकिन इसकी घोषणा हो जाने के बाद क्षेत्रवासी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

Last Updated : Aug 17, 2021, 10:09 PM IST
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