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कुमाऊं में जंगलों को बचाने के लिए शहीद हो चुके 38 वनकर्मी, परिजनों को किया गया सम्मानित

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Published : Sep 11, 2022, 1:49 PM IST

Updated : Sep 11, 2022, 3:00 PM IST

कुमाऊं परिक्षेत्र में साल 1981 से लेकर 2020 तक 28 वनकर्मी शहीद हो चुके हैं. ऐसे में आज शहीद वनकर्मियों के परिजनों सम्मानित किया गया. अब हर साल 11 सितंबर को वन शहीद दिवस (Forest Martyrs Day) के रूप में मनाने का निर्णय भी लिया है.

Martyr Forest Workers Families Honored
शहीद वनकर्मी के परिजन सम्मानित

हल्द्वानीः कुमाऊं परिक्षेत्र के वन विभाग के अभीतक 28 वनकर्मी ऑन ड्यूटी शहीद हो चुके हैं. इसी कड़ी में वन विभाग की ओर से इन शहीद वनकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया गया. साथ ही ड्यूटी के दौरान यानी जंगलों को बचाने के लिए शहीद हुए वनकर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी गई. इस मौके पर परिजन काफी भावुक नजर आए.

बता दें कि साल 1981 से लेकर 2020 तक कुमाऊं के अलग-अलग वन क्षेत्रों में 28 वनकर्मी शहीद हुए हैं. इन वनकर्मियों की शहादत को लेकर कुमाऊं मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) पीके पात्रो (CCF PK Patro) ने वन शहीद स्मारक (Forest Martyr Memorial Haldwani) का निर्माण करवाया है. आज वन शहीद स्मारक पर शहीद 28 वनकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई और संकल्प लिया गया कि वन कर्मियों की शहादत को हमेशा याद रखते हुए वनों को बचाने का संकल्प लिया जाएगा. इस दौरान शहीद वनकर्मियों के परिजनों को सम्मानित (Martyr Forest Workers Families Honored) भी किया गया.

शहीद वनकर्मियों के परिजनों को किया गया सम्मानित.

ये भी पढ़ेंः हेलंग घस्यारी बदसलूकी का मामला फिर गर्माया, नैनीताल की सड़कों पर उतरे राज्य आंदोलनकारी

कुमाऊं सीसीएफ पीके पात्रो (Kumaon Chief Conservator of Forests PK Patro) का कहना है वन शहीद स्मारक पर प्रण लिया जाएगा कि सभी वनों को बचाने का संकल्प लेंगे. क्योंकि, शहीदों की शहादत कभी बेकार नहीं जाती है. हर साल 11 सितंबर को वन शहीद दिवस (Forest Martyrs Day) के रूप में मनाया जाएगा. इस दौरान जंगलों को बचाने में शहीद हुए वनकर्मियों के परिजन भावुक नजर आए.

शहीद वनकर्मियों के परिजनों ने कहा कि देर से ही सही, लेकिन वन विभाग को अपने शहीद वनकर्मियों की याद तो आई. अब वन शहीद स्मारक ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उनका कहना है कि यह वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का सराहनीय कदम है. जिससे शहीदों को याद कर उन्हें सम्मानित किया गया है.

हल्द्वानीः कुमाऊं परिक्षेत्र के वन विभाग के अभीतक 28 वनकर्मी ऑन ड्यूटी शहीद हो चुके हैं. इसी कड़ी में वन विभाग की ओर से इन शहीद वनकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया गया. साथ ही ड्यूटी के दौरान यानी जंगलों को बचाने के लिए शहीद हुए वनकर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी गई. इस मौके पर परिजन काफी भावुक नजर आए.

बता दें कि साल 1981 से लेकर 2020 तक कुमाऊं के अलग-अलग वन क्षेत्रों में 28 वनकर्मी शहीद हुए हैं. इन वनकर्मियों की शहादत को लेकर कुमाऊं मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) पीके पात्रो (CCF PK Patro) ने वन शहीद स्मारक (Forest Martyr Memorial Haldwani) का निर्माण करवाया है. आज वन शहीद स्मारक पर शहीद 28 वनकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई और संकल्प लिया गया कि वन कर्मियों की शहादत को हमेशा याद रखते हुए वनों को बचाने का संकल्प लिया जाएगा. इस दौरान शहीद वनकर्मियों के परिजनों को सम्मानित (Martyr Forest Workers Families Honored) भी किया गया.

शहीद वनकर्मियों के परिजनों को किया गया सम्मानित.

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कुमाऊं सीसीएफ पीके पात्रो (Kumaon Chief Conservator of Forests PK Patro) का कहना है वन शहीद स्मारक पर प्रण लिया जाएगा कि सभी वनों को बचाने का संकल्प लेंगे. क्योंकि, शहीदों की शहादत कभी बेकार नहीं जाती है. हर साल 11 सितंबर को वन शहीद दिवस (Forest Martyrs Day) के रूप में मनाया जाएगा. इस दौरान जंगलों को बचाने में शहीद हुए वनकर्मियों के परिजन भावुक नजर आए.

शहीद वनकर्मियों के परिजनों ने कहा कि देर से ही सही, लेकिन वन विभाग को अपने शहीद वनकर्मियों की याद तो आई. अब वन शहीद स्मारक ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी. उनका कहना है कि यह वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का सराहनीय कदम है. जिससे शहीदों को याद कर उन्हें सम्मानित किया गया है.

Last Updated : Sep 11, 2022, 3:00 PM IST
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