हल्द्वानी: गलवान घाटी में चीनी सैनिकों की कायराना हरकत में घायल हुए उत्तराखंड के जवान हवलदार बिशन सिंह शहीद हो गए. हल्द्वानी के कामलुवागांजा के रहने वाले हवलदार बिशन सिंह की इलाज के दौरान मौत हुई. गलवान घाटी में मई माह में चीनी सैनिकों के साथ हुई धक्का-मुक्की के दौरान बिशन सिंह घायल हो गए थे, जिनका चंडीगढ़ में सैनिक अस्पताल में इलाज चल रहा था. शहीद का आज सैन्य सम्मान के साथ काठगोदाम स्थिति चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. जानकारी मिली है कि बिशन सिंह 31 अगस्त, 2020 को सेवानिवृत्त होने वाले थे.
42 वर्षीय शहीद हवलदार बिशन सिंह मूल रूप से पिथौरागढ़ के मोहनी डीडीहाट के रहने वाले थे. बिशन सिंह 17 कुमाऊं रेजीमेंट के जवान थे. लेह में तैनात बिशन सिंह चीनी सैनिकों के साथ हुई धक्का-मुक्की में घायल हो गए थे. जिनका कुछ दिनों तक अस्पताल में इलाज चला, जिसके बाद उनको चंडीगढ़ सेना के अस्पताल में शिफ्ट किया गया. जहां 14 अगस्त को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
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आज उनका पार्थिव शरीर उनके हल्द्वानी आवास पहुंचा. जहां सैनिक सम्मान के साथ चित्रशिला घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. शहीद हवलदार बिशन सिंह के दो बच्चे हैं, जबकि उनका छोटा भाई भी सेना का जवान है.