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जान जोखिम में डालकर सैकड़ों जिंदगी बचा रहे मनोहर, राफ्ट के जरिए पहुंचा रहे खाद्य सामग्री - Manohar Singh Airi carrying out relief work in Sunderkhal and Chukum village by raft

मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम रामनगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जान जोखिम में डालकर लगातार लोगों की जान बचाने में जुटे हैं. राफ्टिंग व्यवसाय से जुड़े ये लोग अपनी राफ्ट के जरिए अब तक कई लोगों की जान बचा चुके हैं.

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जान जोखिम में डालकर सैकड़ों जिंदगी बचा रहे मददगार मनोहर
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Published : Oct 24, 2021, 8:04 PM IST

Updated : Oct 24, 2021, 10:38 PM IST

रामनगर: कॉर्बेट लैंडस्केप में राफ्टिंग का व्यवसाय करने वाले जाबांज मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम आपदा के समय सराहनीय कार्य कर रहे हैं. टीम दिन-रात बाढ़ प्रभावित क्षेत्र चुकुम, सुंदरखाल में राहत और बचाव कार्यों में लगे हैं. उनकी टीम ने जान जोखिम में डालकर बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों की जिंदगियां बचाई हैं. इसके साथ ही ये लोग बाढ़ में बेघर हुए परिवारों तक राफ्ट के जरिये हर रोज खाद्य सामग्री भी पहुंचा रहे हैं.

बीते हफ्ते रामनगर के सुंदरखाल गांव में लगातार बारिश होने से कोसी नदी ने विकराल रूप ले लिया था. जिसमें कोसी नदी का पानी सुंदरखाल गांव में घुस गया. जिससे कई घर कोसी नदी में बह गए. कोसी नदी गांव के बीच दो धाराओं के बीच में बहने लगी. जिससे गांव के बीच में टापू सा बन गया, जिसमें दर्जनों लोग फंस गए. उनकी मदद के लिए रॉफ्टर्स आगे आए. इन्होंने जान जोखिम में डालकर कोसी नदी के बीचो-बीच फंसे दर्जनों ग्रामीणों को राफ्टिंग के जरिए बचाया.

जान जोखिम में डालकर सैकड़ों जिंदगी बचा रहे मददगार मनोहर

रामनगर के ढिकुली, गर्जिया आदि क्षेत्र में राफ्टिंग का व्यवसाय करने वाले मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम ने ऐसे मुश्किल हालात में लोगों की मदद की. उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर कई स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

पढ़ें- आपदा प्रभावित क्षेत्रों का सीएम ने किया दौरा, हल्द्वानी में अधिकारियों संग की बैठक

मनोहर सिंह ऐरी की राफ्टिंग टीम में विवेक कांडपाल,देवेंद्र कुमार,हरीश धामी,कमल रावत,कमल डोगरा,अर्जुन सिंह,विमल कुमार शामिल हैं, जो जरुरतमंदों की मदद में लगे हुए हैं.

इन सभी के जज्बे की सामाजिक कार्यकर्ता व भाजपा नेता गणेश रावत ने जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि आपदा के समय यहां राफ्टिंग सेवाएं बहुत ही कारगर साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा कि बरसात के समय में भी कोसी नदी में राफ्टिंग रोजगार का एक जरिया है. बीच में प्रशासन और कुछ वन अधिकारियों ने इस पर रोक लगा दी थी. आज राफ्टिंग और युवा लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं.

पढ़ें- फूलों की घाटी का पर्यटक कर रहे दीदार, सैलानियों के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य

चुकुम, सुंदरखाल गांव में इन लोगों ने रेस्क्यू के साथ ही खाद्य सामग्री भी पहुंचाई है. ये बहुत ही सराहनीय है. हम शासन-प्रशासन से राफ्टिंग को लगातार चालू किए जाने की मांग कर रहे हैं.

पढ़ें- इन वादियों को नहीं देखा तो क्या देखा... देखें हसीन नजारे

वहीं, क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम का काम काबिले तारीफ है. ये लोग जिस तरह से लोगों की सेवा कर रहे हैं वो अकल्पनीय है. विधायक ने कहा कि इन लोगों ने रेस्क्यू कर कई लोगों को बचाया है, जो पुण्य का काम है. दीवान सिंह बिष्ट ने कहा मैं सरकार से इस टीम को सम्मानित करने का आग्रह करूंगा. उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों को ऐसे लोगों का मनोबल बढ़ाना चाहिए. जिससे और भी लोग इनसे प्रेरित होकर आगे आये.

पढ़ें- हेमकुंड साहिब को देखा तो अचंभित रह गए मुंबई के समीर और स्नेहा, आप भी देखिए वीडियो

वहीं मनोहर सिंह ने कहा कि उनकी पूरी टीम ने जब कोसी नदी में पहला फ्लड आया था, तब 12 लोगों को कोसी नदी से सकुशल बचाया था. चुकुम गांव में भी उनकी टीम ने ही सबसे पहले राहत सामग्री भेजी. उन्होंने कहा कि उनका रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है.

रामनगर: कॉर्बेट लैंडस्केप में राफ्टिंग का व्यवसाय करने वाले जाबांज मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम आपदा के समय सराहनीय कार्य कर रहे हैं. टीम दिन-रात बाढ़ प्रभावित क्षेत्र चुकुम, सुंदरखाल में राहत और बचाव कार्यों में लगे हैं. उनकी टीम ने जान जोखिम में डालकर बाढ़ में फंसे सैकड़ों लोगों की जिंदगियां बचाई हैं. इसके साथ ही ये लोग बाढ़ में बेघर हुए परिवारों तक राफ्ट के जरिये हर रोज खाद्य सामग्री भी पहुंचा रहे हैं.

बीते हफ्ते रामनगर के सुंदरखाल गांव में लगातार बारिश होने से कोसी नदी ने विकराल रूप ले लिया था. जिसमें कोसी नदी का पानी सुंदरखाल गांव में घुस गया. जिससे कई घर कोसी नदी में बह गए. कोसी नदी गांव के बीच दो धाराओं के बीच में बहने लगी. जिससे गांव के बीच में टापू सा बन गया, जिसमें दर्जनों लोग फंस गए. उनकी मदद के लिए रॉफ्टर्स आगे आए. इन्होंने जान जोखिम में डालकर कोसी नदी के बीचो-बीच फंसे दर्जनों ग्रामीणों को राफ्टिंग के जरिए बचाया.

जान जोखिम में डालकर सैकड़ों जिंदगी बचा रहे मददगार मनोहर

रामनगर के ढिकुली, गर्जिया आदि क्षेत्र में राफ्टिंग का व्यवसाय करने वाले मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम ने ऐसे मुश्किल हालात में लोगों की मदद की. उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर कई स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

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मनोहर सिंह ऐरी की राफ्टिंग टीम में विवेक कांडपाल,देवेंद्र कुमार,हरीश धामी,कमल रावत,कमल डोगरा,अर्जुन सिंह,विमल कुमार शामिल हैं, जो जरुरतमंदों की मदद में लगे हुए हैं.

इन सभी के जज्बे की सामाजिक कार्यकर्ता व भाजपा नेता गणेश रावत ने जमकर तारीफ की है. उन्होंने कहा कि आपदा के समय यहां राफ्टिंग सेवाएं बहुत ही कारगर साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा कि बरसात के समय में भी कोसी नदी में राफ्टिंग रोजगार का एक जरिया है. बीच में प्रशासन और कुछ वन अधिकारियों ने इस पर रोक लगा दी थी. आज राफ्टिंग और युवा लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं.

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चुकुम, सुंदरखाल गांव में इन लोगों ने रेस्क्यू के साथ ही खाद्य सामग्री भी पहुंचाई है. ये बहुत ही सराहनीय है. हम शासन-प्रशासन से राफ्टिंग को लगातार चालू किए जाने की मांग कर रहे हैं.

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वहीं, क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि मनोहर सिंह और उनकी पूरी टीम का काम काबिले तारीफ है. ये लोग जिस तरह से लोगों की सेवा कर रहे हैं वो अकल्पनीय है. विधायक ने कहा कि इन लोगों ने रेस्क्यू कर कई लोगों को बचाया है, जो पुण्य का काम है. दीवान सिंह बिष्ट ने कहा मैं सरकार से इस टीम को सम्मानित करने का आग्रह करूंगा. उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों को ऐसे लोगों का मनोबल बढ़ाना चाहिए. जिससे और भी लोग इनसे प्रेरित होकर आगे आये.

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वहीं मनोहर सिंह ने कहा कि उनकी पूरी टीम ने जब कोसी नदी में पहला फ्लड आया था, तब 12 लोगों को कोसी नदी से सकुशल बचाया था. चुकुम गांव में भी उनकी टीम ने ही सबसे पहले राहत सामग्री भेजी. उन्होंने कहा कि उनका रेस्क्यू अभियान लगातार जारी है.

Last Updated : Oct 24, 2021, 10:38 PM IST
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