नैनीताल: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) नैनीताल के दौरे पर रहे. इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी ने कुमाऊं विश्वविद्यालय ( Kumaun University Nainital) द्वारा आयोजित उत्तराखंड में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 आत्मनिर्भर भारत के स्वर्णिम भविष्य की संकल्पना विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया. कार्यक्रम का भगत सिंह कोश्यारी, कुलपति प्रो. एनके जोशी, क्षेत्रीय विधायक सरिता आर्य, भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया.
इस दौरान भगत सिंह कोश्यारी (Former CM Bhagat Singh Koshyari) ने कहा कि उत्तराखंड राज्य ने उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को पूर्णतः लागू कर दिया है, परन्तु अब हमारा प्रयास होना चाहिए कि समग्र व सार्थक प्रयासों से इसके लक्ष्यों को प्राप्त करें. उन्होंने कहा कि जब सभी अधिकारी, शिक्षक व हितधारक डिटरमिनेशन, डेडीकेशन एवम डिसिप्लिन के साथ कार्य करेंगे तभी आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो पाएगा. राज्यपाल ने एनआईआरएफ रैंकिंग, इंडिया टुडे रैंकिंग, क्यू०एस० एशिया रैंकिंग में विश्वविद्यालय को सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए कुलपति, अधिकारियों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी. उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की.
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जिसके बाद राज्यपाल नैनीताल राजभवन पहुंचे, जहां उनका गार्ड ऑफ ऑनर देकर स्वागत किया गया. इस दौरान पत्रकार वार्ता करते हुए भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड को विशेष महत्व देते हैं. केदारनाथ पुनर्निर्माण के साथ ही बदरीनाथ धाम का सौंदर्यीकरण कार्य किया जा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द कुमाऊं के जागेश्वर, बागनाथ समेत अन्य स्थल भी धार्मिक पर्यटन से जुड़ सकेंगे. जल्द ही कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग का भी जीर्णोद्धार होगा और अगले पांच वर्षों में टनकपुर से बागेश्वर तक रेल मार्ग की सुविधा स्थापित कर ली जाएगी. इसके अलावा उत्तराखंड में लघु उद्योग शुरू करने को लेकर महाराष्ट्र के कई उद्यमियों से उनकी वार्ता चल रही है.
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जल्द ही प्रदेश के मुख्यमंत्री से वार्ता कर इन प्रयासों को धरातल पर उतारने का कार्य करेंगे. उन्होंने कहां की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि उत्तराखंड पर खास लगाव है. उन्होंने पहाड़ के युवा पलायन की रोकथाम को लेकर अपना स्टार्टअप शुरू कर प्रधानमंत्री की इस मुहिम को आगे बढ़ाने को कहा. उत्तराखंड की जनता का प्रेम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उन पर विश्वास है कि प्रदेश में संचालित की जा रही कई विकास परक योजनाओं को वह महाराष्ट्र में धरातल पर उतारने का कार्य कर रहे हैं. दोनों प्रदेशों के बीच सामंजस्य बनाते हुए दोनों प्रदेशों को जोड़ने की बात कही है. कहा कि बीते दिनों महाराष्ट्र के कुछ उद्यमियों ने उनसे संपर्क किया है, जोकि उत्तराखंड में बागवानी, कृषि एव अन्य क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं. साथ ही करीब 200 उद्यमियों ने उनसे उत्तराखंड में लघु उद्योग शुरू करने की इच्छा जाहिर की है, जल्द ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से वार्ता कर उद्यमी योजना को धरातल पर उतारा जाएगा.