हल्द्वानी: उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट पर 11 अप्रैल को मतदान होना है. चुनाव के चलते पूरे प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू है, बावजूद इसके नैनीताल पुलिस जिले में लाइसेंसी हथियार जमा कराने में सुस्त नजर आ रही है. ऐसे में अगर कोई राजनीतिक विवाद होता है तो इन हथियारों का दुरुपयोग हो सकता है.
पढ़ें-नैनीताल हाई कोर्ट में पारंपरिक रूप से होली मनाई गई, न्यायाधीशों व वकीलों ने उठाया गायन का लुत्फ
बता दें कि पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार जिले में 5412 लाइसेंसी हथियार दर्ज है. जिसमें सबसे ज्यादा लाइसेंसी हथियार हल्द्वानी कोतवाली और मुखानी थाना क्षेत्र में दर्ज है, जबकि सबसे कम हथियार बेताल घाट थाना क्षेत्र में है.
ऐसे में चुनाव के मद्देनजर निर्वाचन विभाग द्वारा पुलिस को निर्देशित किया गया है कि जिले के सभी लाइसेंसी हथियार चुनाव के दौरान शत-प्रतिशत जमा कराया जाएं, लेकिन नैनीताल पुलिस अभी तक केवल एक हजार के करीब ही हथियार जमा करा पाई है.
पढ़ें-मसूरी की जनता ने किया चुनाव का बहिष्कार, कहा- रोड नहीं तो वोट नहीं
वहीं, इस मामले में नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा का कहना है कि हथियार धारकों को निर्देशित कर दिया गया है कि जल्द से जल्द अपना हथियार को जमा कराएं. अगर कोई हथियार जमा नहीं करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.