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कॉर्बेट लैंडस्केप क्षेत्र में बढ़ा गुलदार का आतंक, चार से ज्यादा लोगों को किया घायल - बाघ बचाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष

कॉर्बेट और आसपास के क्षेत्रों में वन्य जीव और मानव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. ऐसा माना जा रहा है कि गुलदारों की संख्या बढ़ने से गुलदार लगातार आबादी में आ रहे हैं और इंसानों पर हमला कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है.

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रामनगर में गुलदार का आतंक
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Published : Sep 24, 2020, 4:08 PM IST

रामनगर: तराई पश्चिमी व कॉर्बेट पार्क के लगते ग्रामीण क्षेत्रों में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पिछले एक माह में गुलदार ने 4 से ज्यादा लोगों पर हमला कर घायल किया है. सभी घायलों का अस्पतालों में उपचार चल रहा है. आबादी में गुलदार की दस्तक से लोगों में दहशत का माहौल है.

रामनगर में गुलदार का आतंक.

वहीं, इस मामले में बाघ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष मदन जोशी कहते हैं कि अब दिन प्रतिदिन भयावह स्थिति बनती जा रही है. अगर इस पर वन विभाग या भारत सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो इंसानों और वन्यजीवों को भारी नुकसान हो सकता है. साथ ही भ्रमण पर निकलने वाले लोगों को सतर्क करना चाहिए. अकेले घूमने न जाएं, हमेशा ग्रुप बनाकर वॉक पर निकले.

पढ़ें- कुमाऊं कमिश्नर और सुशीला तिवारी अस्पताल के प्राचार्य मिले कोरोना पॉजिटिव

इस मामले में वन विभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ हिमांशु बागड़ी का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार की दस्तक न हो, इसके लिए वन विभाग ने संभावित क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है. साथ ही जिन क्षेत्रों में गुलदार दिखता है, उन क्षेत्रों में चीफ वाइल्ड लाइफ की अनुमति लेकर पिजड़ा लगाने की कार्रवाई भी की जाती है. साथ ही लोगों को लगातार जागरूक भी किया जाता है.

रामनगर: तराई पश्चिमी व कॉर्बेट पार्क के लगते ग्रामीण क्षेत्रों में मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. पिछले एक माह में गुलदार ने 4 से ज्यादा लोगों पर हमला कर घायल किया है. सभी घायलों का अस्पतालों में उपचार चल रहा है. आबादी में गुलदार की दस्तक से लोगों में दहशत का माहौल है.

रामनगर में गुलदार का आतंक.

वहीं, इस मामले में बाघ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष मदन जोशी कहते हैं कि अब दिन प्रतिदिन भयावह स्थिति बनती जा रही है. अगर इस पर वन विभाग या भारत सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो इंसानों और वन्यजीवों को भारी नुकसान हो सकता है. साथ ही भ्रमण पर निकलने वाले लोगों को सतर्क करना चाहिए. अकेले घूमने न जाएं, हमेशा ग्रुप बनाकर वॉक पर निकले.

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इस मामले में वन विभाग तराई पश्चिमी के डीएफओ हिमांशु बागड़ी का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार की दस्तक न हो, इसके लिए वन विभाग ने संभावित क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी है. साथ ही जिन क्षेत्रों में गुलदार दिखता है, उन क्षेत्रों में चीफ वाइल्ड लाइफ की अनुमति लेकर पिजड़ा लगाने की कार्रवाई भी की जाती है. साथ ही लोगों को लगातार जागरूक भी किया जाता है.

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