हल्द्वानी: फतेहपुर वन रेंज में इन दिनों तेंदुए का आतंक बना हुआ है. सोमवार को सुबह जहां तेंदुए ने एक 12 वर्षीय किशोरी पर हमला बोल दिया तो देर शाम घर में खेल 8 माह के बच्चे को तेंदुआ उठाकर ले गया. हालांकि, परिजनों की हिम्मत के बाद तेंदुआ बच्चे को छोड़कर भाग खड़ा हुआ. वहीं, बच्चों को गंभीर हालत में हल्द्वानी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उधर, इन घटनाओं को लेकर लोगों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ हैय
बता दें कि फतेहपुर बाजार निवासी सुनीता भट्ट की बहन हेमा उसके यहां रिश्तेदारी में आई हुई थी सोमवार की शाम हेमा अपने बच्चों के साथ रसोई घर के बाहर थी. तभी रसोई घर के छत पर बैठे तेंदुए ने हेमा के आठ माह के बेटे सन्नी पर हमला बोल मुंह में दबाकर उठाकर ले गया. वहीं, हेमा के शोर मचाने पर गांव वालों ने तेंदुए का पीछा कर सन्नी को उसके चंगुल से छुड़ाया. तेंदुए के हमले में सनी बुरी तरह से घायल हो गया. उसके गले और छाती में कई घाव के निशान हैं. जिसको देखते हुए परिवार वाले उसे इलाज के लिए हल्द्वानी के बेस अस्पताल ले गए.
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वहीं, फतेहपुर क्षेत्र में लगातार तेंदुए के आतंक से लोगों में आक्रोश बना हुआ है. लोगों ने बताया कि तेंदुआ पिछले दो महीनों से लगातार लोगों पर हमला कर रहा है. अभी तक तेंदुआ 8 लोगों पर हमला हो चुका है लेकिन, वन विभाग पकड़ने के लिए कोई कारगर उपाय नहीं कर पा रहा है.
लोगों का कहना है कि वन विभाग कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति कर 1- 2 पिजरें लगा तो रहा है लेकिन तेंदुआ वन विभाग कब्जे में नहीं आ रहा है. ऐसे में उन्होंने तेंदुए को आदमखोर घोषित कर मौत के घाट उतारने की मांग की है. ताकि आगे तेंदुआ किसी को नुकसान न पहुंचा सके.