हल्द्वानी: लॉकडाउन के बीच देशभर में शराब की दुकानें खोले जाने का वामपंथी दलों ने विरोध जताया है. इसी कड़ी में हल्द्वानी में वामपंथियों ने एक दिवसीय धरना दिया. साथ ही शराब की दुकान खोले जाने के फैसले को गलत बताया. साथ ही पीएम मोदी से शराब की दुकानें बंद करने की मांग की. उनका कहना है कि शराब की दुकानें खुलने के बाद लोगों की भीड़ जुट रही है. जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो रहा है. साथ ही कोरोना संक्रमण के फैलने की आशंका बनी हुई है.
गौर हो कि लॉकडाउन के तीेसरे चरण के पहले दिन शराब की दुकानें खोलने के आदेश दिए गए हैं. जिसके बाद ठेकों पर लोगों की भीड़ जुट रही है. जिसे लेकर वामपंथी दलों में रोष है और इस फैसले का विरोध किया. उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों को तत्काल बंद कराया जाए, जिससे कोरोना संक्रमण और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. जबकि, कोरोना का संक्रमण अभी टला नहीं है, ऐसे में खतरा बढ़ना लाजिमी है.
पढ़ें: 180 प्रवासी चंडीगढ़ से पहुंचे कोटद्वार, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद भेजा जाएगा घर
वहीं, उन्होंने लॉकडाउन के बीच मजदूरों को बेरोजगारी भत्ता देने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि मजदूरों के लिए पीएम केयर्स फंड से तीन महीने का राशन उपलब्ध कराया जाए. साथ ही मजदूरों के लिए निशुल्क ट्र्रेनों की व्यवस्था करें. इस लॉकडाउन के चलते रोज कमाने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. विभिन्न प्रदेशों में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने और छोड़ने की व्यवस्था सरकार को करनी चाहिए.