हल्द्वानी: कुमाऊं का प्रवेश द्वार हल्द्वानी में लगातार भू-माफियाओं का जाल फैलता जा रहा है. नैनीताल जिले में पिछले लंबे समय से जमीन फर्जीवाड़े (land fraud) के मामले इतने बढ़ गए हैं कि भू माफिया पहाड़ के भोले भाले जनता को जमीनी फर्जीवाड़ा के माध्यम से ठगी का शिकार बना रहे हैं. जमीन फर्जीवाड़े के शिकार पीड़ित की निचले स्तर पर सुनवाई नहीं होने पर पीड़ित कमिश्नर और डीआईजी के जनता दरबार में पहुंच न्याय की गुहार लगा रहे हैं. हर शनिवार को कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और डीआईजी कुमाऊं निलेश आनंद भरणे जनता दरबार लगाते हैं. जबकि प्रत्येक बुधवार को हल्द्वानी में जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल जनता दरबार लगाते हैं. बावजूद इसके जमीनी फर्जीवाड़े के मामले कम नहीं हो रहे है.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अब जमीनी फर्जीवाड़ा करने वाले भू-माफियाओं के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत (Kumaon Commissioner Deepak Rawat) ने बताया कि जमीन फ्रॉड के अब तक 30 मामले सामने आ चुके हैं. जमीनी फर्जीवाड़े के अधिकतर मामलों में अब वह भौतिक सत्यापन के लिए खुद मौके पर जाकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं. भू माफियाओं द्वारा लोगों के साथ धोखाधड़ी की लगातार शिकायतें आ रही हैं. अभी तक 30 बड़े मामले चिन्हित कर लिए गए हैं. इनके खिलाफ अब लैंड फ्रॉड कमेटी (land fraud committee) बैठा कर मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत भी मान रहे हैं कि जमीनी फर्जीवाड़े के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, जो चिंता का विषय है. पूर्व में कई भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई भी हो चुकी है. कई मामलों में निस्तारण भी किया गया है जिन मामलों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है. उसमें मुकदमे दर्ज की कार्रवाई अब शुरू होने जा रही है.