रामनगरः सरकारी अस्पताल में तैनात एक लैब टेक्नीशियन की क्वारंटाइन सेंटर में मौत हो गई है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है. हालांकि, अभी मृतक कोरोना सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है. बताया जा रहा है कि उसे मिर्गी के दौरे पड़ते थे. फिलहाल, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक, बेड़ाझाल गांव निवासी रमेश चंद्र (52) रामनगर के सरकारी अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के पद पर तैनात था. बताया जा रहा है कि बीते 23 जुलाई को सरकारी अस्पताल में एक युवक कोरोना की जांच कराने आया था. जहां उसमें कोरोना के लक्षण पाए गए थे. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन ने अस्पताल के लैब को सील कर दिया था. साथ ही सभी स्टाफ को ढिकुली स्थित ला पर्ल रिजॉर्ट में क्वारंटाइन कर दिया था.
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इसके साथ ही नगर की एक प्राइवेट लैब को भी सील किया गया था. क्योंकि, कोरोना पॉजिटिव युवक ने प्राइवेट लैब में भी अपनी कुछ जांच कराई थी. मंगलवार की सुबह क्वारंटाइन सेंटर में रमेश चंद्र की अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं, लैब टेक्नीशियन की मौत के बाद सीओ पंकज गैरोला, कोतवाल रवि कुमार सैनी भी अस्पताल पहुंचे. जहां उन्होंने मामले की जानकारी जुटाई. नोडल अधिकारी डॉ. प्रशांत कौशिक ने बताया कि मृतक को मिर्गी के दौरे आते थे. मंगलवार को भी दौरा पड़ने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई थी. इससे पहले सोमवार को मृतक का सैंपल भी जांच के लिए भेजा गया था. फिलहाल, कोरोना रिपोर्ट आनी बाकी है. मामले में पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा.