हल्द्वानी: प्रदेश के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी बरिंदर जीत सिंह ने अपने हक के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. दरअसल, अधिकारी कोरोना काल में तबादले किए जाने से खासे नाराज है, ऐसे में अब विपक्ष ने भी प्रदेश सरकार पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और जागेश्वर विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि प्रदेश की बीजेपी सरकार को अधिकारियों से काम कराना नहीं आता है.
गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि अनावश्यक रूप से सरकार के दबाव में आकर अधिकारियों ने वसूली भी शुरू कर दी है. ऐसे में सरकार का अधिकारियों पर नियंत्रण खत्म हो गया है. गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि इस मामले को सरकार को गंभीरता से लेने की जरूरत है.
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उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपने हक के लिए कोर्ट में जाना प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात है. सरकार को चाहिए कि अधिकारियों, मंत्रियों और विभाग के सभी अधिकारियों के साथ आपसी सामंजस्य बनाने चाहिए, जिससे कि प्रदेश की छवि भी धूमिल ना होने पाए.
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गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा है कि प्रदेश में नौकरशाही और सरकार के बीच इस तरह से विवाद होने पर प्रदेश और सरकार की छवि खराब होती है. साथ ही अधिकारियों का भी मनोबल टूटता है.