नैनीताल: पहाड़ के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने की मांग लंबे समय से उठती रही है. तो वहीं, अब पहाड़ों की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए अब कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (कुटा) ने आवाज उठाई है. शिक्षक संघ ने हल्द्वानी के रानीबाग में बंद पड़ी एचएमटी फैक्ट्री में एम्स खोलने की मांग की है.
उत्तराखंड में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण से लोगों को राहत दिलाने और बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के मकसद से कुमाऊं विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (कुटा) के द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र भेजकर रानीबाग स्थित एचएमटी फैक्ट्री में एम्स (AIMS) खोलने की मांग की है.
प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम लिखे गए इस पत्र में कहा गया है कि कुमाऊं में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर नहीं है. यहां पर कोई भी ऐसा बड़ा अस्पताल नहीं है, जहां गंभीर रोगों का उपचार किया जा सके. लिहाजा, एम्स अस्पताल की एक साखा को रानीबाग स्थित एचएमटी फैक्ट्री में खोला जाए, ताकि कोरोना संक्रमण काल व उसके बाद भी लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके.
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शिक्षक संघ का कहना है कि उत्तराखंड का भौगोलिक क्षेत्रफल अधिकांश पर्वतीय है, जिस कारण गंभीर रोगियों को उपचार के लिए ऋषिकेश स्थित एम्स अथवा दिल्ली एम्स जाना पड़ता है. अधिक दूरी एवं अधिक खर्च होने के कारण गंभीर रोगी इन संस्थानों तक नहीं पहुंच पाते हैं. ऐसे में कई लोगो की बेहतर स्वास्थ्य उपचार न मिलने से मौत तक हो जाती है. लिहाजा, सालों से बंद पड़ी एचएमटी फैक्ट्री में एम्स अस्पताल का संचालन शुरू किया जाए, ताकि पहाड़ की गरीब जनता को एम्स कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल सके.