हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार ने हल्द्वानी के सर्किट हाउस में सिंचाई विभाग, विद्युत विभाग सहित अन्य विभागों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने पिछले दिनों आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का आकलन किया.
बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भारी वर्षा के कारण सभी जलाशय बुरी तरह से भरे हुए हैं. भारी मात्रा में कुमाऊं मंडल में सिंचाई विभाग की नहरों और सिंचाई गूलों को नुकसान पहुंचा है. प्राथमिक आकलन करने के बाद कमिश्नर द्वारा विभागों को आपदा राहत के तहत कार्य पूरा होने के बाद सिंचाई नहरों सहित अन्य सरकारी विभागों के नुकसान को ठीक करने के निर्देश दिए हैं.
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इस दौरान कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि मंडल में 2000 करोड़ से अधिक का सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ है. इसका आंकड़ा और बढ़ने का अनुमान है. इसके इसके अलावा इस आपदा में विद्युत विभाग को भी भारी नुकसान हुआ है. कई जगह पर ट्रांसफार्मर विद्युत लाइन पोल क्षतिग्रस्त हुए हैं. इनको तत्काल बदलने के लिए कार्रवाई गतिमान करने के निर्देश कमिश्नर द्वारा दिए गए.
कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया कि आपदा से हुए नुकसान में सबसे पहला काम सरकारी तंत्र द्वारा राहत-बचाव का किया गया है, जिसका पहला चरण अब पूरा हो चुका है. दूसरे चरण में सरकारी संपत्तियों के नुकसान को ठीक करने की कार्रवाई चल रही है. इसमें विद्युत विभाग, सिंचाई विभाग और कृषि उद्यान विभाग सहित कई विभागों के हुए भारी नुकसान का आकलन करते हुए उन्हें जल्द से जल्द ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं.
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इसके अलावा कुमाऊं कमिश्नर सुशील कुमार ने बताया कि सरकारी तंत्र को आपदा प्रभावित लोगों के बीच में जाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं. न्याय पंचायत स्तर पर आंगनबाड़ी, आशा, पटवारी, राजस्व कर्मी सहित एसडीएम और जिलाधिकारी स्तर तक भी लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओं के निराकरण के निर्देश शासन स्तर पर और उनके स्तर पर भी दिए गए हैं.