हल्द्वानी: गर्मी का मौसम आते ही शहर में पेयजल संकट गहराने लगा है. कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि हल्द्वानी में पानी का संकट होना कोई नई बात नहीं है. गौला नदी के घटते जलस्तर को देखते हुए हर साल गर्मी में 1 अप्रैल से गाड़ी धुलाई और नए मकानों के निर्माण पर शासन द्वारा रोक लगा दी जाती है. कुमाऊं कमिश्नर ने जल संस्थान से पेयजल पाइप लाइन लीकेज को शीघ्र सही करने के निर्देश दिए. ताकि पानी की बर्बादी को रोका जा सके.
दीपक रावत ने कहा कि कई बार पेयजल लाइनों से बड़ी मात्रा में लीकेज होती रहती है. जिन पर नजर रखना बेहद जरूरी है. पेयजल विभाग ने कई लीकेज को ठीक करने में सफलता भी हासिल की है. इसके अलावा शहर के दूसरे स्थानों पर भी लीकेज को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है. जबकि कुछ जगहों में नई पेयजल लाइनों भी डाली जा रही है.
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कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कुछ जगह ऐसी हैं, जहां लीकेज दूर करने के लिए लोक निर्माण विभाग की अनुमति लेनी जरूरी है. जिसका इंतजार किया जा रहा है. दीपक रावत ने कहा अप्रैल माह से ही गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. जिससे पेयजल संकट लगातार गहराता जा रहा है.
हल्द्वानी में कई जगह पानी की किल्लत को लेकर आम जनमानस में आक्रोश है. तल्ली, हल्द्वानी, नीलम कॉलोनी, दमुआ ढुंगा और राजपुरा सहित कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई न होने से टैंकरों से पानी की पूर्ति की जा रही है. जल संस्थान के अधिकारी व कर्मचारियों ने टैंकरों से प्यास बुझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आम जनमानस की प्यास टैंकरों से बुझने वाली नहीं है. कुमाऊं कमिश्नर ने जल संस्थान के अधिकारी को तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए हैं.