हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर आईपीएस दीपक रावत हमेशा से अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. दीपक रावत बेहतर सेवा और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए भी जाने जाते हैं. ऐसे में दीपक रावत ने नैनीताल के हल्द्वानी में शिक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. उन्होंने एक सरकारी स्कूल में पहुंचकर छात्र-छात्राओं के बीच बैठकर शिक्षकों की शिक्षा नीति की गुणवत्ता की जांच की. लेकिन इस बीच दीपक रावत के सामने सरकारी स्कूल के शिक्षा नीति की पोल खुल गई. स्कूल में अंग्रेजी विषय के शिक्षक बच्चों को ठीक तरह से पढ़ा नहीं पाए. जिसके बाद कुमाऊं कमिश्नर ने शिक्षक और प्रधानाचार्य को कड़ी फटकार लगाई.
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने मंगलवार सुबह हल्द्वानी के अटल उत्कृष्ट इंटर कॉलेज, फूलचौड़ का निरीक्षण किया. उन्होंने छात्र-छात्राओं से कई विषयों के बारे में जानकारी हासिल की. साथ ही प्रयोगशाला में बच्चों से कई प्रयोग भी कराए. इसके बाद दीपक रावत 12वीं क्लास के बच्चों के बीच पहुंचे. उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिए इंग्लिश के टीचर को बुलाया और सभी बच्चों को पढ़ाने के निर्देश दिए. साथ ही वह खुद भी छात्रों के बीच बैठ गए. इस दौरान उन्होंने पाया कि इंग्लिश टीचर मात्र बच्चों को समरी (सारांश) पढ़ा रहे हैं, जिस पर उन्होंने अपनी कड़ी नाराजगी जताई. उन्होंने बच्चों के सामने ही प्रिंसिपल और टीचर को कड़ी फटकार भी लगाई.
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पूरे मामले पर कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने कहा कि एडिशनल डायरेक्टर शिक्षा विभाग को इस संबंध में निरीक्षण करने के निर्देश दिए जाएंगे. शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो, बच्चों के भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ ना हो इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी है. एक महीने बाद एडिशनल डायरेक्टर से रिपोर्ट ली जाएगी. उसके बाद दोबारा से विद्यालय का दौरा किया जाएगा. कुमाऊं कमिश्नर ने कहा कि उनको कुछ लोगों द्वारा पढ़ाई व्यवस्था ठीक से नहीं होने की शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद उन्होंने औचक निरीक्षण किया है.
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