हल्द्वानी: मकर संक्रांति और उत्तरायणी की पूर्व संध्या पर काठगोदाम के रानी बाग स्थित गार्गी नदी के किनारे कत्यूरी वंशजों ने अपनी कुलदेवी की आराधना को लेकर जागर लगायी. इसके बाद ढोल-दमाऊं और थाली की थाप के साथ जिया रानी की वीर गाथा से आस-पास का माहौल भक्तिमय हो गया.
दरअसल मकर संक्रांति से एक दिन पहले कुमाऊं और गढ़वाल के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे कत्यूरी वंशजों ने कड़ाके की ठंड के बीच गार्गी नदी में स्नान किया और पूरी रात जाग कर रानीबाग-चित्रेश्वर धाम में अपनी कुलदेवी जिया रानी की गुफा में पूजा-अर्चना की. साथ ही ढोल-दमाऊं और थाली की थाप पर थिरकते हुए देवी जिया रानी की वीर गाथा का गुणगान किया.
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इस दौरान भतरौजखान, रानीखेत, सल्ट, चौखुटिया, रामनगर सहित कई जगह से देवी जिया रानी के वंशज पहुंचे, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं. वहीं, आज सुबह मकर संक्रांति के अवसर पर देवी जिया रानी के वंशज और स्थानीय लोगों ने गार्गी नदी में स्नान कर पुण्य की डुबकी लगाते दिखाई दिए.