रामनगर: पिछले हफ्ते कॉर्बेट पार्क के कालागढ़ में फंदे में फंसी बाघिन की घटना के बाद कॉर्बेट प्रशासन अलर्ट मोड में आने का दावा कर रहा है. पार्क में शिकारियों पर पैनी नजर रखने के लिए वन कर्मचारियों की पैदल गश्त के साथ ही ड्रोन और हाथियों से भी कालागढ़ टाइगर रिजर्व की संवेदनशील कही जाने वाली यूपी से लगी सीमाओं पर वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग की जा रही है.
शिकारियों के फंदे में फंसी थी बाघिन: गौरतलब है कि देश में घनत्व के लिहाज से सबसे ज्यादा बाघों वाले कॉर्बेट नेशनल पार्क में पिछले हफ्ते एक बाघिन के फंदे में फंस कर घायल होने की खबर सामने आई थी. बाघिन के शरीर में काफी गहराई तक यह फंदा घुस गया था. कॉर्बेट प्रशासन द्वारा घायल बाघिन को रेस्क्यू कर इलाज शुरू कर दिया गया था. बता दें कि पार्क में फंदा लगे होने की खबर से हड़कंप मच गया था. इससे ये साफ हो गया था कि शिकारी इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. वहीं कॉर्बेट प्रशासन ने इसकी जांच भी शुरू कर दी है.
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कॉर्बेट पार्क के बॉर्डर पर इंटर स्टेट पेट्रोलिंग: वहीं अब कॉर्बेट प्रशासन ने कालागढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में यूपी से लगती संवेदनशील कही जाने वाली सीमाओं पर पेट्रोलिंग शुरू कर दी है. जिसमें हाथियों और ड्रोन से लगातार पार्क में नजर रखी जा रही है. कालागढ़ क्षेत्र में संदिग्ध पाए जाने वाले लोगों से पूछताछ भी की जा रही है. वहीं कालागढ़ टाइगर रिज़र्व के डीएफओ नीरज शर्मा ने बताया कि कॉर्बेट से लगती बिजनौर की सीमा पर भी यूपी के वनकर्मियों के साथ संयुक्त रूप से इंटर स्टेट पेट्रोलिंग की जा रही है.