हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल की बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध परियोजना निर्माण (Kumaon Jamrani Dam) की कवायद अब शुरू हो गई है. 1975 से शुरू हुई जमरानी बांध निर्माण की एक बार फिर से कुमाऊं वासियों को उम्मीद जगी है. निर्माण के पहले चरण के लिए टेंडर प्रक्रिया (Jamrani Dam Project Tender) शुरू हो गई है. केंद्रीय रक्षा राज्य एवं पर्यटन मंत्री अजय भट्ट (Union Minister of State for Defense Ajay Bhatt) ने कहा है कि कुमाऊं मंडल की बहुप्रतीक्षित जमरानी बांध परियोजना की टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसके लिए विभाग द्वारा विज्ञप्ति जारी कर इच्छुक कंपनियों से आवेदन मांगे गए हैं.
पहले चरण में बांध, सुरंग और सुरक्षा के लिए बनने वाले क्राफ्ट डैम तैयार किए जाने हैं. उन्होंने बताया करीब 3000 करोड़ से बांध का निर्माण होना है, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा 90% जबकि राज्य सरकार से 10% की राशि खर्च की जानी है. जमरानी बांध निर्माण हो जाने से उत्तराखंड ही नहीं उत्तर प्रदेश के कई जिलों के लिए पेयजल और सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध होगी. इसके अलावा बांध से बिजली उत्पादन भी किया जाना है. उन्होंने कहा कि 47 साल बाद जमरानी बांध का निर्माण शुरू होने जा रहा है पिछले 47 सालों से लंबित इस परियोजना की 2019 से बांध से जुड़े सर्वे और प्रस्ताव तैयार के बाद जून 2022 को इस प्रोजेक्ट को पीएम कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर लिया गया है.
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उन्होंने बताया कि जमरानी बांध के डूब क्षेत्र में छह गांव आ रहे हैं. 1323 परिवारों का विस्थापन किया जाना है. इनके लिए उधम सिंह नगर के किच्छा पराग फार्म में भूमि का चयन भी कर लिया गया है. जल्द मुआवजा राशि के साथ वहां के परिवारों का विस्थापन किया जाएगा.