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हल्द्वानी: ग्रामीण इलाकों में सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त, किसान परेशान

हल्द्वानी के कई ग्रामीण इलाकों में इन दिनों सिंचाई का संकट पैदा हो गया है. काश्तकारों को अपने खेतों पानी पहुंचाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

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Published : Jul 19, 2020, 3:03 PM IST

Updated : Jul 19, 2020, 3:44 PM IST

हल्द्वानी: इन दिनों किसानों के सामने सिंचाई का संकट पैदा हो गया है. यहां सालों से सिंचाई विभाग ने नहर और गूलों की सफाई नहीं करवाई है. हालात ये है कि ग्रामीण इलाकों में नहर और गूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में नहर से आने वाला पानी खेतों में न पहुंचक सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है.

ग्रामीण इलाकों में सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त.

धान की फसल के साथ-साथ कई अन्य फसलों की सिंचाई का मुख्य साधन नहर से आने वाला पानी है. जो गुलों के माध्यम से खेतों तक पहुंचता है. लेकिन कई सालों की पुरानी नहर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. यहां तक कि सिंचाई विभाग इन गुलों को साफ करने तक जहमत नहीं उठा रहा है. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. नहरों के क्षतिग्रस्त होने के चलते उसके आने वाला पानी सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पढ़ें: कोरोना: उधमसिंह नगर के हालात बिगाड़ने के लिए तीन लोग जिम्मेदार

काश्तकारों का कहना है कि वह नहरों की स्थिति को लेकर संबंधित विभाग से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में किसानों को सिंचाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, इस मामले में स्थानीय विधायक नवीन दुम्का का कहना है कि नहरों के रखरखाव का कार्य पंचायत स्तर पर होता है. फिर भी वह कोशिश करेंगे कि विधायक निधि से अपने क्षेत्र की नहरों और गूलों की मरम्मत हो सके.

हल्द्वानी: इन दिनों किसानों के सामने सिंचाई का संकट पैदा हो गया है. यहां सालों से सिंचाई विभाग ने नहर और गूलों की सफाई नहीं करवाई है. हालात ये है कि ग्रामीण इलाकों में नहर और गूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में नहर से आने वाला पानी खेतों में न पहुंचक सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है.

ग्रामीण इलाकों में सिंचाई नहरें क्षतिग्रस्त.

धान की फसल के साथ-साथ कई अन्य फसलों की सिंचाई का मुख्य साधन नहर से आने वाला पानी है. जो गुलों के माध्यम से खेतों तक पहुंचता है. लेकिन कई सालों की पुरानी नहर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. यहां तक कि सिंचाई विभाग इन गुलों को साफ करने तक जहमत नहीं उठा रहा है. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. नहरों के क्षतिग्रस्त होने के चलते उसके आने वाला पानी सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

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काश्तकारों का कहना है कि वह नहरों की स्थिति को लेकर संबंधित विभाग से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में किसानों को सिंचाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, इस मामले में स्थानीय विधायक नवीन दुम्का का कहना है कि नहरों के रखरखाव का कार्य पंचायत स्तर पर होता है. फिर भी वह कोशिश करेंगे कि विधायक निधि से अपने क्षेत्र की नहरों और गूलों की मरम्मत हो सके.

Last Updated : Jul 19, 2020, 3:44 PM IST
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