हल्द्वानी: इन दिनों किसानों के सामने सिंचाई का संकट पैदा हो गया है. यहां सालों से सिंचाई विभाग ने नहर और गूलों की सफाई नहीं करवाई है. हालात ये है कि ग्रामीण इलाकों में नहर और गूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. ऐसे में नहर से आने वाला पानी खेतों में न पहुंचक सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते किसानों के सामने सिंचाई का संकट खड़ा हो गया है.
धान की फसल के साथ-साथ कई अन्य फसलों की सिंचाई का मुख्य साधन नहर से आने वाला पानी है. जो गुलों के माध्यम से खेतों तक पहुंचता है. लेकिन कई सालों की पुरानी नहर जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है. यहां तक कि सिंचाई विभाग इन गुलों को साफ करने तक जहमत नहीं उठा रहा है. जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है. नहरों के क्षतिग्रस्त होने के चलते उसके आने वाला पानी सड़कों पर बह रहा है. जिसके चलते किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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काश्तकारों का कहना है कि वह नहरों की स्थिति को लेकर संबंधित विभाग से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगा चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. ऐसे में किसानों को सिंचाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, इस मामले में स्थानीय विधायक नवीन दुम्का का कहना है कि नहरों के रखरखाव का कार्य पंचायत स्तर पर होता है. फिर भी वह कोशिश करेंगे कि विधायक निधि से अपने क्षेत्र की नहरों और गूलों की मरम्मत हो सके.