हल्द्वानी: उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए भारत सरकार की 7 सदस्यीय इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम आज हल्द्वानी पहुंची. टीम ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के साथ ही अधिकारियों से नुकसान के आकलन की जानकारी ली. बैठक से पहले इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम ने सबसे ज्यादा नुकसान वाले रामगढ़, बिन्दुखत्ता सहित हल्द्वानी के गौला नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त हुए हिस्से का निरीक्षण किया.
इसके अलावा कुमाऊं मंडल के भी कई जिलों में आपदा के नुकसान का निरीक्षण करने के बाद इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम यहां पहुंची. जहां टीम ने जिले के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस में बैठक की.
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बैठक में केंद्र से आई टीम ने नुकसान का पूरा ब्यौरा लिया. इस दौरान टीम के साथ मौजूद राज्य आपदा प्रबंधन के सचिव एस मुरुगेशन ने बताया कि सेंट्रल से आई हुई टीम राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा से हुए भारी जानमाल के नुकसान के आकलन की रिपोर्ट तैयार कर रही है. हल्द्वानी के सर्किट हाउस में सभी विभागों के अधिकारियों ने सरकारी संपत्तियों को हुए नुकसान के आकलन की रिपोर्ट पेश की है.
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उन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान पाया गया कि आपदा से कुमाऊं मंडल को काफी नुकसान हुआ है. सरकारी संपत्तियों सहित आपदा से निजी संपत्तियों और इंडस्ट्री क्षेत्र को हुए नुकसान का पूरा आकलन तैयार करने के बाद राज्य सरकार केंद्र को रिपोर्ट भेजेगी. जिसके आधार पर ही भविष्य में राहत पैकेज की उम्मीद की जा रही है.
इससे पहले इंटर मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीम ने पिथौरागढ़ में विभिन्न क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर आपदा से हुई क्षति का जायजा लिया. साथ ही टीम ने पिथौरागढ़ से घाट तक निर्मित ऑल वेदर रोड समेत पीएमजीएसवाई के अंतर्गत निर्मित सड़कों तथा जिले के विभिन्न क्षेत्र में हुए नुकसान का भी जायजा लिया. इस दौरान जिलाधिकारी समेत विभागीय अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे. जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने भारत सरकार की ओर से आई 5 सदस्यीय टीम को जनपद में हुए नुकसान के सम्बंध में विभागवार जानकारी दी.