हल्द्वानी: चारधाम यात्रा को लेकर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को सुझाव दिए हैं. इंदिरा हृदयेश ने कहा है कि उत्तराखंड का पर्यटन और चारधाम यात्रा बाहरी यात्रियों पर ही निर्भर है. ऐसे में कोई यात्री चारधाम यात्रा आकर सात दिनों तक क्वारंटाइन नहीं होना चाहेगा. मुख्यमंत्री का अपना विवेकाधिकार है कि वह संख्या कम कर बाहर से आने वाले यात्रियों को छूट दें, जिससे कि यहां पर्यटन फिर से शुरू हो सके.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था बाहर से आने वाले यात्री और पर्यटकों पर निर्भर है. अगर बाहर से पर्यटक नहीं आएंगे तो यहां की अर्थव्यवस्था और पर्यटन कैसे बढ़ पाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को सुझाव देते हुए कहा कि सीमित संख्या और नियम कानून के तहत चारधाम यात्रा और पर्यटन शुरू करें. साथ ही बाहर से आने वाले यात्रियों को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराएं, जिससे कि पर्यटक यहां आ सके.
ये भी पढ़े: चारधाम यात्रा 2020: पहले दिन 422 श्रद्धालुओं के किये चारधाम के दर्शन
इंदिरा हृदयेश का कहना है कि बाहर से आने वाले पर्यटन दो-तीन दिनों के लिए आते हैं, लेकिन ऐसे में अगर उनको 7 दिनों तक क्वारंटाइन किया जाएगा तो पर्यटक नहीं आएंगे. मुख्यमंत्री का अपना विवेकाधिकार है कि राज्य में वह किस तरह से पर्यटन को शुरू करने को लेकर निर्णय ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के पर्यटकों के लिए छूट देने से प्रदेश को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है. जब तक बाहरी प्रदेश से आने वाले पर्यटक यहां नहीं पहुंचेंगे. सभी होटल आश्रम धर्मशालाएं बंद पड़े हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री को ऐसा निर्णय लेना चाहिए, जिससे यहां पर पर्यटन फिर से शुरू हो सके और लोगों को रोजगार मिल सके.