रामनगर/हल्द्वानी: उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को जो ग्लेशियर टूटा है उसे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्राकृतिक त्रासदी न बताकर मानवीय आपदा बताया है. उन्होंने कहा कि ये चिंता जनक स्थिति है, हालांकि अब पानी का वेग कम हो रहा है, लेकिन तपोवन क्षेत्र में जान माल का बड़ा नुकसान हुआ है.
पढ़ें- ग्लेशियर हादसा: अलर्ट पर प्रशासन, SDRF और NDRF की टीमें मौके पर, कुछ देर में पहुंच रहे CM
हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को सलाह दी है कि वे लोगों को पूरी जानकारी जल्द से जल्द दे. ताकि भ्रम की स्थिति की दूर हो सके. इसके अलावा उन्होंने किसान आंदोलन को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उकने मुताबिक केंद्र सरकार किसानों के शांतिपूर्ण आंदोलन को तोड़ने में कोशिश कर रही है. सरकार को मंथन करने के साथ ही इस कानून को किसान हित में वापस लेना चाहिए.
नेता प्रतिपक्ष ने किया भी जताया दु:ख
ग्लेशियर हादसे पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि इस संकट की घड़ी में पूरी कांग्रेस, सरकार के साथ खड़ी है. काफी जान माल का नुकसान होने की खबर मिली है. उन्होंने इस पूरी घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और गढ़वाल डीआईजी नीरू गर्ग से भी बता की है.