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ठंड के चलते अस्पतालों में बढ़ रहे अस्थमा, खांसी और जुकाम के मरीज, ऐसे रखें सेहत का ख्‍याल

सुशीला तिवारी अस्पताल में जहां पहले जुकाम, खांसी और अस्थमा के 100 मरीज अस्पताल में पहुंचते थे. इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़कर 150 से 200 के बीच पहुंच गई है.

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ठंड के चलते अस्पतालों में बढ़ रहे अस्थमा, खांसी और जुकाम के मरीज
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Published : Dec 27, 2020, 9:15 AM IST

Updated : Dec 28, 2020, 8:32 AM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड के चलते जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है तो वहीं, ठंड के चलते खांसी, जुकाम और अस्थमा के मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है. इस समय हल्द्वानी के अस्पतालों में ठंड से होने वाली बीमारियों के मरीजों की संख्या में करीब 30% से अधिक की वृद्धि हुई है. ऐसे में डॉक्टरों ने ठंड में खानपान के साथ ऐसे रोगियों को ठंड से बचने की सलाह दे रहे हैं.

ठंड के चलते अस्पतालों में बढ़ रहे अस्थमा.

सुशीला तिवारी अस्पताल के श्वांस रोग विभाग, टीबी रोग विभाग, मेडिसन विभाग के अलावा निजी अस्पतालों में इन दिनों ठंड से होने वाली अस्थमा, सर्दी और खांसी के मरीजों में वृद्धि हो रही है. अस्पताल और टीबी रोग विभाग में जहां पहले 100 मरीज अस्पताल में पहुंचते थे. अब इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़कर 150 से 200 के बीच पहुंच गई है.

पढ़ें- भारत-नेपाल को जोड़ने वाला झूलापुल दो घंटे के लिए खुला, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर राजेश घकरियाल का कहना है कि ठंड में कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या दमा रोग, टीबी रोग के मरीजों को सावधानी रखने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि सुबह शाम खांसी होना, खांसी के साथ बलगम आना, नाक बंद होना, गले से आवाज नहीं आना और सांस लेने में कठिनाई हो तो लापरवाही नहीं बरतें और तुरंत डॉक्टरों की सलाह लें.

उन्होंने कहा कि कोरोना के साथ इस मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है. अधिक उम्र के व्यक्तियों को सुबह शाम मॉर्निंग वाक और घर से निकलने से परहेज करना चाहिए. इसके अलावा बाहर निकलते समय अच्छी तरह से गर्म कपड़े पहने चाहिए. साथ ही समय-समय पर गर्म पानी पीना चाहिए, जिसकी इंफेक्शन की संभावनाओं को कम किया जा सकें. खाने में ठंडी चीज और ठंडा भोजन नहीं लेना चाहिए.

हल्द्वानी: कुमाऊं में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड के चलते जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है तो वहीं, ठंड के चलते खांसी, जुकाम और अस्थमा के मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है. इस समय हल्द्वानी के अस्पतालों में ठंड से होने वाली बीमारियों के मरीजों की संख्या में करीब 30% से अधिक की वृद्धि हुई है. ऐसे में डॉक्टरों ने ठंड में खानपान के साथ ऐसे रोगियों को ठंड से बचने की सलाह दे रहे हैं.

ठंड के चलते अस्पतालों में बढ़ रहे अस्थमा.

सुशीला तिवारी अस्पताल के श्वांस रोग विभाग, टीबी रोग विभाग, मेडिसन विभाग के अलावा निजी अस्पतालों में इन दिनों ठंड से होने वाली अस्थमा, सर्दी और खांसी के मरीजों में वृद्धि हो रही है. अस्पताल और टीबी रोग विभाग में जहां पहले 100 मरीज अस्पताल में पहुंचते थे. अब इन दिनों मरीजों की संख्या बढ़कर 150 से 200 के बीच पहुंच गई है.

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जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर राजेश घकरियाल का कहना है कि ठंड में कई तरह की बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या दमा रोग, टीबी रोग के मरीजों को सावधानी रखने की जरूरत है. उन्होंने बताया कि सुबह शाम खांसी होना, खांसी के साथ बलगम आना, नाक बंद होना, गले से आवाज नहीं आना और सांस लेने में कठिनाई हो तो लापरवाही नहीं बरतें और तुरंत डॉक्टरों की सलाह लें.

उन्होंने कहा कि कोरोना के साथ इस मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है. अधिक उम्र के व्यक्तियों को सुबह शाम मॉर्निंग वाक और घर से निकलने से परहेज करना चाहिए. इसके अलावा बाहर निकलते समय अच्छी तरह से गर्म कपड़े पहने चाहिए. साथ ही समय-समय पर गर्म पानी पीना चाहिए, जिसकी इंफेक्शन की संभावनाओं को कम किया जा सकें. खाने में ठंडी चीज और ठंडा भोजन नहीं लेना चाहिए.

Last Updated : Dec 28, 2020, 8:32 AM IST
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