हल्द्वानी: स्टोन क्रशरों द्वारा अवैध खनन की लगातार शिकायत मिल रही थी, जिस कार्रवाई करते हुए खनन और वन विभाग ने हल्द्वानी के एक स्टोन क्रशर पर बड़ा एक्शन लिया है. आरोप है कि स्टोन क्रशर से लगे वन भूमि से अवैध खनन किया जा रहा था. मामले में स्टोन क्रशर पर 1 करोड़ 85 लाख से अधिक का जुर्माना लगाया गया है. साथ ही अगले आदेश तक स्टोन क्रशर से रेता बजरी की निकासी पर रोक लगा दी गई है.
हल्द्वानी के रामपुर रोड स्थित मैसर्स केसीएस इंफ्राटेक एलएलपी, स्टोन क्रशर द्वारा वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से गड्ढा खोदकर उसमें से भारी मात्रा में उप खनिज निकाला जा रहा था. शिकायत पर उपजिलाधिकारी, क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और खनन विभाग की टीम ने तराई केंद्रीय वन प्रभाग के साथ मिलकर कार्रवाई की.
ये भी पढ़ें: हरिद्वार में डकैतों ने फैक्ट्री गार्डों को बनाया बंधक, हथियार के बल पर लाखों लूटे
उपनिदेशक खनन विभाग कुमाऊं राजपाल लेखा ने कहा संयुक्त निरीक्षण के दौरान पाया गया कि स्टोन क्रशर द्वारा अपने डग के पीछे वन विभाग की सीमा से लगी हुई भूमि पर गड्ढा खोदकर अवैध रूप से उपखनिज निकाला जा रहा था. जिसकी पैमाइश करने पर लगभग 100 मीटर लंबाई, 40 मीटर चौड़ाई और 9.5 मीटर गहराई में अवैध रूप से गड्ढा मिला.
जिसमें स्वैल फैक्टर 1.6 मानते हुए 60.800 घन मीटर उपखनिज निकाला गया है. जिसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए आरोपी स्टोन क्रशर पर 1 करोड़ 85 लाख 29 हजार 280 रुपये जुर्माना लगाया गया है. बताया जा रहा है कि स्टोन क्रशर द्वारा बार-बार उपखनिज का अवैध रूप से खनन किया जा रहा है. जिसे देखते हुए स्टोन क्रशर के उपखनिज की क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी गई है.
उपनिदेशक खनन विभाग राजपाल लेखा ने कहा अवैध खनन के खिलाफ इन दिनों अभियान चलाया जा रहा है. पिछले 3 दिनों के भीतर में उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले में बड़ी कार्रवाई की गई. जिसके तहत कई स्टोन क्रशर में अनियमितताएं पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. अभियान में नैनीताल जनपद में यह अभी तक की सबसे बड़ी करवाई है. जिसमें स्टोन क्रशर द्वारा वन भूमि से अवैध खनन करते हुए पाया गया है.