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हल्द्वानी: रामलीला को ट्रस्ट बनाने के विरोध में संघर्ष समिति का आमरण अनशन शुरू

शुक्रवार को हल्द्वानी जिले के रामलीला संघर्ष समिति के लोगों ने आमरण अनशन शुरू किया. समिति की मांग है कि प्राचीन रामलीला को ट्रस्ट का स्वरूप देने का काम किया जा रहा है. इसकी वजह से स्थानीय लोग इसको बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे.

रामलीला को ट्रस्ट का स्वरूप देने पर आमरण अनशन.
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Published : Jul 19, 2019, 7:56 PM IST

हल्द्वानी: जिले में रामलीला कमेटी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय लोगों ने बुद्धा पार्क में शुक्रवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है. संघर्ष समिति के लोगों का आरोप है कि कुमाऊं की 140 साल पुरानी रामलीला के धार्मिक स्वरूप को बदल कर रामलीला के रिसीवर और शहर के सिटी मजिस्ट्रेट ट्रस्ट बनाने जा रहे हैं.

रामलीला बचाओ संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि पिछले 3 सालों से रामलीला कमेटी में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हल्द्वानी की कुमाऊं की 140 साल पुरानी रामलीला कमेटी दबाव में रिसीवर के तौर पर शहर के सिटी मजिस्ट्रेट कब्जा जमाए बैठे हैं. सफेदपोश के इशारे पर रामलीला कमेटी को ट्रस्ट बनाने का षडयंत्र किया जा रहा है.

रामलीला को ट्रस्ट का स्वरूप देने पर आमरण अनशन.

स्थानीय लोगों का कहना है कि सत्ता के दबाव में शहर के कुछ षड्यंत्रकारी लोगों को ट्रस्ट में जगह देने के लिए इस तरह का प्रयास किया है. हिंदू धर्म की आस्था के खिलाफ खिलवाड़ करते हुए 140 साल पुरानी रामलीला के स्वरूप को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इस कार्य को संघर्ष समिति किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी.

संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि ट्रस्ट बनाने के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक लगातार अनशन पर बैठे रहेंगे. अनशन के दौरान अगर कोई भी घटना होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी शहर के सिटी मजिस्ट्रेट और रामलीला के रिसीवर की होगी.

हल्द्वानी: जिले में रामलीला कमेटी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय लोगों ने बुद्धा पार्क में शुक्रवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है. संघर्ष समिति के लोगों का आरोप है कि कुमाऊं की 140 साल पुरानी रामलीला के धार्मिक स्वरूप को बदल कर रामलीला के रिसीवर और शहर के सिटी मजिस्ट्रेट ट्रस्ट बनाने जा रहे हैं.

रामलीला बचाओ संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि पिछले 3 सालों से रामलीला कमेटी में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हल्द्वानी की कुमाऊं की 140 साल पुरानी रामलीला कमेटी दबाव में रिसीवर के तौर पर शहर के सिटी मजिस्ट्रेट कब्जा जमाए बैठे हैं. सफेदपोश के इशारे पर रामलीला कमेटी को ट्रस्ट बनाने का षडयंत्र किया जा रहा है.

रामलीला को ट्रस्ट का स्वरूप देने पर आमरण अनशन.

स्थानीय लोगों का कहना है कि सत्ता के दबाव में शहर के कुछ षड्यंत्रकारी लोगों को ट्रस्ट में जगह देने के लिए इस तरह का प्रयास किया है. हिंदू धर्म की आस्था के खिलाफ खिलवाड़ करते हुए 140 साल पुरानी रामलीला के स्वरूप को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इस कार्य को संघर्ष समिति किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी.

संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि ट्रस्ट बनाने के विरोध में आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक लगातार अनशन पर बैठे रहेंगे. अनशन के दौरान अगर कोई भी घटना होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी शहर के सिटी मजिस्ट्रेट और रामलीला के रिसीवर की होगी.

Intro:sammry- रामलीला को ट्रस्ट बनाने के विरोध में आमरण अनशन एंकर- हल्द्वानी में रामलीला कमेटी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय लोगों ने बुद्ध पार्क में आमरण अनशन शुरू कर दिया है। आमरण अनशन शुरू करते हुए संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि कुमाऊ की 140 साल पुरानी रामलीला की धार्मिक स्वरूप को बदल कर रामलीला के रिसीवर और शहर के सिटी मजिस्ट्रेट कुछ सफेदपोश के कहने पर ट्रस्ट बनाने जा रहे हैं जिसके विरोध कर रहे हैं।


Body:रामलीला बचाओ संघर्ष समिति लोगों का कहना है कि पिछले 3 सालों से रामलीला कमेटी में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहाहै । लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हल्द्वानी की कुमाऊं की 140 साल प्राचीन रामलीला कमेटी पर सफेदपोस लीगो के दबाव में रिसीवर के तौर पर शहर के सिटी मजिस्ट्रेट कब्जा जमाए बैठे हैं। और सफेदपोश के इशारे पर अब इस रामलीला कमेटी को ट्रस्ट बनाने का षडयंत्र किया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने कहा कि सत्ता के दबाव में शहर के कुछ षड्यंत्रकारी लोगों को ट्रस्ट में जगह देने के लिए इस तरह का प्रयास किया जा रहा है जिसे हिंदू धर्म की आस्था के खिलाफ खिलवाड़ करते हुए 140 साल पुरानी राम-लीला के स्वरूप को बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है जिससे वह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।


Conclusion:संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि अगर प्राचीन रामलीला को ट्रस्ट का स्वरूप देने का काम किया गया तो स्थानीय लोग इसको बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि ट्रस्ट बनाने के विरोध में अब आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक लगातार आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे । आमरण अनशन के दौरान अगर कोई भी घटना होता है तो उसका पूरा जिम्मेदार शहर के सिटी मजिस्ट्रेट और रामलीला के रिसीवर होंगे। बाइट -मदन मोहन जोशी अध्यक्षता बचाओ संघर्ष समिति बाइट-जीवन कार्की स्थानीय निवासी
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