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नैनीताल में घोड़ों को पिलाई जा रही रम और ब्रांडी ! जानिए इसका कारण - घोड़ों को रम और ब्रांडी भी पिलाई जा रही

ठंड से जानवर भी अछूते नहीं हैं. उत्तराखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए तरह-तरह के जतन किए जा रहे हैं. घोड़ों को रम और ब्रांडी भी पिलाई जा रही है, ताकि उनके शरीर में गर्माहट बनी रहे.

Nainital
नैनीताल
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Published : Dec 29, 2021, 10:53 AM IST

नैनीताल: उत्तराखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस ठंड से जानवर भी अछूते नहीं हैं. नैनीताल में बर्फबारी और बारिश के बाद तापमान में और गिरावट आ गई है. नैनीताल में घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए कई तरीके अपनाए जा रहे हैं. एक तरफ जहां घोड़ों को गर्म रखने के लिए गुड़, अजवाइन और सरसों का तेल दिया जा रहा है, तो वहीं कुछ लोग विशेष प्रजाति के घोड़ों को ब्रांडी और रम पिलाकर ठंड से निजात दिला रहे हैं.

नैनीताल में हैं 94 घोड़े: घोड़ा चालक सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद उमर ने बताया कि नैनीताल में 94 घोड़े हैं. इनसे पर्यटकों को लवर्स प्वाइंट, सुसाइड प्वाइंट और डोरथी सीट समेत विभिन्न पर्यटक स्थलों में घुमाया जाता है.

घोड़ों को ठंड से बचाने को पिला रहे ब्रांडी और रम: इन दिनों नैनीताल में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में इंसानों के साथ घोड़ों को भी ठंड से बचाने के लिए उन्हें गर्म तासीर का भोजन परोसा जा रहा है. वहीं ज्यादा ठंड पड़ने पर इन घोड़ों को 20 एमएल ब्रांडी और रम पिलाई जाती है. घोड़ों के शरीर में गर्माहट बनी रहे, इसके लिए गुड़, तेल और अजवाइन को पकाकर भी उन्हें चारे के साथ दिया जाता है.

पढ़ें- उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का अंदेशा, जानिए प्रदेश के मौसम का पूरा हाल

नैनीताल में पड़ रही है कड़ाके की ठंड: घोड़ा संचालकों का कहना है कि घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए वो तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. घोड़ों को रात के समय कंबल और मोटे कपड़ों से ढका जा रहा है. ठंड से बचाने के लिए उनके पैरों में गरम पट्टी बांधी जा रही है. माथे और गालों पर मफलर भी बांधे जा रहे हैं. ताकि घोड़े इस ठंड के मौसम में आराम से रह सकें. इसके अतिरिक्त जब ठंड असहनीय हो जाती है तो उनके द्वारा अपने घोड़ों को नैनीताल से मैदानी क्षेत्रों की तरफ गर्म इलाकों में भेज दिया जाता है ताकि घोड़ों की जान बचाई जा सके.

सर्दी में रम या ब्रांडी पीने का मिथक: अक्सर आपने लोगों को सुना होगा कि सर्दियों में शराब, रम, ब्रांडी पीने से ठंड दूर हो जाती है. क्या आप जानते हैं ऐसा अनुभव क्यों होता है. दरअसल ये एक वैज्ञानिक कारण है. शराब पीने से हमारी नसों में खून तेजी से बहता है. ऐसा होने के कारण लोगों को गर्मी फील होती है. लेकिन ऐसा थोड़ी देर के लिए ही होता है. मेडिकल साइंस की भाषा में इसको हाइपोथर्मिया कहा जाता है. कई बार ऐसी स्थिति में ठंड महसूस नहीं होती, लेकिन वो नुकसान कर रही होती है. ईटीवी भारत इस दावे की पुष्टि नहीं करता कि शराब पीने से ठंड दूर होती है.

नैनीताल: उत्तराखंड में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है. इस ठंड से जानवर भी अछूते नहीं हैं. नैनीताल में बर्फबारी और बारिश के बाद तापमान में और गिरावट आ गई है. नैनीताल में घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए कई तरीके अपनाए जा रहे हैं. एक तरफ जहां घोड़ों को गर्म रखने के लिए गुड़, अजवाइन और सरसों का तेल दिया जा रहा है, तो वहीं कुछ लोग विशेष प्रजाति के घोड़ों को ब्रांडी और रम पिलाकर ठंड से निजात दिला रहे हैं.

नैनीताल में हैं 94 घोड़े: घोड़ा चालक सेवा समिति के अध्यक्ष मोहम्मद उमर ने बताया कि नैनीताल में 94 घोड़े हैं. इनसे पर्यटकों को लवर्स प्वाइंट, सुसाइड प्वाइंट और डोरथी सीट समेत विभिन्न पर्यटक स्थलों में घुमाया जाता है.

घोड़ों को ठंड से बचाने को पिला रहे ब्रांडी और रम: इन दिनों नैनीताल में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में इंसानों के साथ घोड़ों को भी ठंड से बचाने के लिए उन्हें गर्म तासीर का भोजन परोसा जा रहा है. वहीं ज्यादा ठंड पड़ने पर इन घोड़ों को 20 एमएल ब्रांडी और रम पिलाई जाती है. घोड़ों के शरीर में गर्माहट बनी रहे, इसके लिए गुड़, तेल और अजवाइन को पकाकर भी उन्हें चारे के साथ दिया जाता है.

पढ़ें- उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी का अंदेशा, जानिए प्रदेश के मौसम का पूरा हाल

नैनीताल में पड़ रही है कड़ाके की ठंड: घोड़ा संचालकों का कहना है कि घोड़ों को ठंड से बचाने के लिए वो तरह-तरह के जतन कर रहे हैं. घोड़ों को रात के समय कंबल और मोटे कपड़ों से ढका जा रहा है. ठंड से बचाने के लिए उनके पैरों में गरम पट्टी बांधी जा रही है. माथे और गालों पर मफलर भी बांधे जा रहे हैं. ताकि घोड़े इस ठंड के मौसम में आराम से रह सकें. इसके अतिरिक्त जब ठंड असहनीय हो जाती है तो उनके द्वारा अपने घोड़ों को नैनीताल से मैदानी क्षेत्रों की तरफ गर्म इलाकों में भेज दिया जाता है ताकि घोड़ों की जान बचाई जा सके.

सर्दी में रम या ब्रांडी पीने का मिथक: अक्सर आपने लोगों को सुना होगा कि सर्दियों में शराब, रम, ब्रांडी पीने से ठंड दूर हो जाती है. क्या आप जानते हैं ऐसा अनुभव क्यों होता है. दरअसल ये एक वैज्ञानिक कारण है. शराब पीने से हमारी नसों में खून तेजी से बहता है. ऐसा होने के कारण लोगों को गर्मी फील होती है. लेकिन ऐसा थोड़ी देर के लिए ही होता है. मेडिकल साइंस की भाषा में इसको हाइपोथर्मिया कहा जाता है. कई बार ऐसी स्थिति में ठंड महसूस नहीं होती, लेकिन वो नुकसान कर रही होती है. ईटीवी भारत इस दावे की पुष्टि नहीं करता कि शराब पीने से ठंड दूर होती है.

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