हल्द्वानीः जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लगातार झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई कर रहा है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच क्लीनिकों को सील किया है. साथ स्वास्थ्य विभाग ने अवैध क्लीनिक संचालकों से वैध दस्तावेज दिखाने के लिए दो दिन की मोहलत दी है. अगर इसके बाद भी वैध दस्तावेज नहीं दिखाया जाता है तो उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा.
दरअसल, अवैध रूप से क्लीनिक चलाने वालों के झोलाछाप के खिलाफ हल्द्वानी सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह और एसीएमओ रश्मि पंत ने चोरगलिया से लेकर धानमील तक ताबड़तोड़ छापेमारी की. छापेमारी की भनक कई झोलाछाप डॉक्टर अपने क्लीनिक बंद कर भाग खड़े हुए. सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह का कहना है कि जिलाधिकारी के निर्देश पर अवैध तरीके से संचालित हो रहे क्लीनिक के खिलाफ अभियान चलाए जा रहा है. जिसके तहत यह कार्रवाई की गई है.
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एसीएमओ रश्मि पंत ने चोरगलिया में दो अवैध तरीके से संचालित क्लीनिक को सील किया है तो वहीं धानमील में भी तीन अवैध क्लीनिक पर छापेमारी की कार्रवाई की गई. जहां मरीजों को दवाइयां देने के साथ-साथ उनका इलाज भी चल रहा था. इन क्लीनिक स्वामियों के पास किसी तरह का कोई वैध प्रमाण पत्र नहीं पाए गए. जिसके बाद क्लीनिक को सील कर दिया गया है. साथ ही दस्तावेज उपलब्ध करने के निर्देश दिए गए हैं.
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वहीं, सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि 2 दिन के भीतर में अगर क्लीनिक स्वामी दस्तावेज नहीं उपलब्ध कराता है तो संबंधित क्लीनिक संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कई क्लीनिक संचालक लोगों का इलाज कर उनके जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. जहां पूर्व में कई घटनाएं हो चुकी है. जिसको देखते हुए यह अभियान चलाया जा रहा है.