रामनगर: मोहान रानीखेत रोड की बदहाली (mohan ranikhet road in bad condition) को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत मौन व्रत पर बैठ गए (Harish Rawat sitting on silent fast) हैं. हरीश रावत इस सड़क मार्ग की बदहाली को लेकर सौराल के पास रोड पर ही मौन व्रत करके बैठ गए. यह सड़क मार्ग रामनगर से हरीश रावत के गांव मोहनारी को भी जोड़ता है.
बता दें कि हरीश रावत आज कार्यकर्ताओं के साथ मोहान-रानीखेत मार्ग पर मौन व्रत पर बैठे हैं. सौराल के पास सड़क पर अभी हरीश रावत का मौन व्रत (Harish Rawat silent fast) चल रहा है. गौरतलब है सरकारों की हीला हवाली की वजह से यह रोड बदहाल है. पहले इसी रोड से चारधाम की यात्रा की शुरुआत होती थी. आज इस रोड का हाल बेहाल है.
मौन व्रत खत्म होने के बाद हरीश रावत ने सरकार से क्षतिग्रस्त सड़क का निर्माण कराने की मांग की. साथ ही उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर दो माह के भीतर सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ तो वह भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
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हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर अनदेखी का आरोप (BJP government accused of ignoring) लगाया. उन्होंने कहा रामनगर से रानीखेत, बेतालघाट, धुमाकोट, लैंसडाउन समेत कई विधानसभा के मुख्य मार्ग अब तक क्षतिग्रस्त हैं. जिसके चलते दुर्घटनाओं की संभावना हमेशा बनी रहती है. पर्यटकों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
उन्होंने कहा हमने दो माह के भीतर सड़कों का निर्माण कराने की मांग की है. साथ ही रामनगर रानीखेत रोड को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने की मांग की है. हरदा ने मांगे पूरी नहीं होने पर जल्द ही राष्ट्रीय राज्य मार्ग की पोल खोलने की चेतावनी सरकार को दी है.