हल्द्वानी: शहर में पहली बार चित्रकारों की पेंटिंग का संसार देखने को मिल रहा है. यहां चार दिवसीय पेंटिंग एग्जीबिशन 'कलर्स ऑफ होप' में उत्तराखंड की लोक संस्कृति के साथ-साथ बिहार मधुबनी और पिछवाई राजस्थान की पेंटिंग देखने को मिल रही है. हल्द्वानी के सरस मार्केट में पहली बार काफल ट्री फाउंडेशन की तरफ से एग्जीबिशन लगायी लगायी गयी है.
एग्जीबिशन में 10 कलाकारों की 50 से अधिक पेंटिंग को प्रदर्शित किया गया है जो आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं. चार दिवसीय प्रदर्शनी शुक्रवार से सोमवार तक चलेगी. पेंटिंग में जहां कुमाऊं की ऐपण विधा का प्रदर्शन किया गया है, वहीं सुदूर बिहार के मधुबनी और पिछवाई राजस्थान की कला भी देखने को मिल रही है. पौराणिक चित्रकला, धार्मिक पेंटिंग के साथ ही दैनिक जीवन के रंगों को भी कलाकारों ने कैनवास पर उकेरा है.
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इस प्रदर्शनी में सभी आर्टिस्ट फाइन आर्ट्स की छात्राएं हैं और अपनी प्रतिभा और सोच का लोहा मनवा रही हैं. पहाड़ की संस्कृति, हालातों और ईश्वरीय शक्ति का बोध कराती पेंटिग्स को देख यहां पहुंचे कला प्रेमी जमकर तारीफ के साथ-साथ पेंटिंग की खरीदारी भी कर रहे हैं. प्रदर्शनी में पहुंचे कला प्रेमियों ने कहा कि इसे हाईटेक बनाना होगा, ताकि कलाकारों को फायदा हो. इस कला के सरंक्षण संवर्धन करने की जरूरत है, जिससे कलाकारों का मनोबल बढ़े और उन्हें ख्याति मिल सके. एग्जीबिशन 'कलर्स ऑफ होप' सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक चल रही है. इस चित्रकला प्रदर्शनी में उत्तराखंड के अल्मोड़ा और नैनीताल के 10 फाइन आर्ट आर्टिस्टों की पेंटिंग्स प्रदर्शन के लिए रखी गयी हैं.