नैनीताल: विश्व प्रसिद्ध सिद्ध पीठ कैंचीधाम आश्रम में हर साल आयोजित होने वाला महोत्सव इस बार कोरोना वायरस के कारण बेहद ही सादगी के साथ मनाया गया. 15 जून को कैंचीधाम के स्थापना दिवस पर यहां हर साल महोत्सव का आयोजन किया जाता है. कैंचीधाम के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुभकामनाएं दी.
देश-दुनिया की कई हस्तियों का प्रेरणा स्रोत रहे कैंचीधाम आश्रम में 56 साल के इतिहास में पहली बार मेले का आयोजन नहीं किया गया. हर साल बाबा के धाम में मंदिर के स्थापना दिवस के मौके पर मेले का आयोजन किया जाता था. जिसमें बाबा के करीब 2 लाख देसी-विदेशी भक्त शिरकत करते थे. मगर इस बार कोरोना वायरस संक्रमण के चलते बाबा के दर पर सन्नाटा पसरा रहा.
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कैंचीधाम में नीम करोली बाबा के स्थापना दिवस पर सड़क से ही श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किये. सुबह 10 बजे पुजारियों ने विधिवत मंत्रोच्चार के साथ बाबा को हलवा पूड़ी का भोग लगाया गया. पूजा अर्चना में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रख बाबा की आरती की गई. वहीं बाबा के कई ऐसे भक्त भी थे जो आज भी सैकड़ों किलोमीटर की दूरी तय कर दरबार में माथा टेकने पहुंचे थे. इन सभी भक्तों ने मंदिर के गेट से बाबा के दर्शन किये.
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बता दें कि नैनीताल के भवाली के पास स्थित कैंचीधाम में 15 जून को हर साल लाखों की संख्या में देसी-विदेशी भक्तों पहुंचते हैं. इस बार कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर प्रबंधन ने मंदिर के स्थापना दिवस को सादगी से मनाने का फैसला लिया. यही कारण रहा कि आज बाबा के दर पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. मंदिर के पुजारी और अध्यक्ष विनोद बताते हैं कि हर 100 साल में एक बार महामारी जैसी स्थिति आती है, यही वह सौवां वर्ष है. इसलिए देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है.
बाबा के धाम से कोई खाली हाथ नहीं लौटता
नीम करौली बाबा का कैंचीधाम आश्रम नैनीताल से कई किलोमीटर दूर नैनीताल-अलमोड़ा रोड़ पर समुद्र तल से 1400 मीटर ऊंचाई पर स्थित है. क्षिप्रा नाम की छोटी पहाड़ी नदी के किनारे सन् 1962 में कैंचीधाम की स्थापना हुई थी. बाबा 1961 में पहली बार यहां आए और उन्होंने अपने पुराने मित्र पूर्णानंद जी के साथ मिल कर यहां आश्रम बनाने का विचार किया था. कैंचीधाम को लेकर मान्यता है कि यहां आने वाला व्यक्ति कभी भी खाली हाथ वापस नहीं लौटता. कहा जाता है कि यहां पर मांगी गयी मन्नत पूर्णतया फलदायी होती है. यही कारण है कि देश-विदेश से हज़ारों लोग यहां हनुमान जी का आशीर्वाद लेने आते हैं.
जानी मानी हस्तियां भी हैं बाबा की भक्त
बाबा के भक्तों में एक आम आदमी से लेकर अरबपति-खरबपति तक शामिल हैं. बाबा के इस पावन धाम में होने वाले नित-नये चमत्कारों को सुनकर दुनिया के कोने-कोने से लोग यहां पर खिंचे चले आते हैं. बाबा के भक्त और जाने-माने लेखक रिचर्ड अल्बर्ट ने मिरेकल आफ लव नाम से बाबा पर पुस्तक लिखी है. इस पुस्तक में बाबा नीम करोली के चमत्कारों का विस्तार से वर्णन है. इनके अलावा हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया राबर्ट्स, एप्पल के फाउंडर स्टीव जाब्स और फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग जैसी बड़ी विदेशी हस्तियां भी बाबा के भक्त हैं.