ETV Bharat / state

पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुशील कुमार को नैनीताल से था बेहद लगाव

पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुशील कुमार की दिल्ली में मौत हो गई. 79 वर्ष पूर्व एडमिरल लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बुधवार सुबह उपचार के दौरान दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उनका निधन हो गया.

author img

By

Published : Nov 27, 2019, 11:33 PM IST

former indian navy chief admiral sushil kuma
भारतीय जल सेना के पूर्व चीफ एडमिरल सुशील कुमार का दिल्ली में निधन

नैनीताल: पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुशील कुमार का नैनीताल से बेहद लगाव था. नेवी से रिटायरमेंट के बाद पिछले कई सालों से जिला मुख्यालय से दूर भवाली के गोलूधार में निवासरत थे. बुधवार सुबह उपचार के दौरान दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उनका निधन हो गया, 79 वर्षीय एडमिरल लंबे समय से बीमार चल रहे थे. सुशील कुमार को उनके विशिष्ट कार्यों और बहादुरी के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल,उत्तम सेवा मेडल समेत अन्य मेडलों से सम्मानित किया गया था.

navy chief admiral sushil kuma
भवाली के गोलूधार का निवास

30 दिसंबर 1998 से 2001 तक भारतीय नौसेना के प्रमुख रहे कुमार 1965 को 1971 के भारत-पाक युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी. गोवा मुक्तिसंग्राम में भी सुशील कुमार शामिल रहे थे. उन्हें जांबाजी के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल से नवाजा गया. उनके द्वारा लिखी गई किताब में उन्होंने लिखा है कि संसद हमले के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की तरह पीओके में एयर स्ट्राइक की योजना बनाई थी.

  • Former Navy Chief Admiral Sushil Kumar passed away early morning today at the Army Research and Referral Hospital in Delhi due to illness. He was 79. Kumar was Navy Chief from 1998 to 2000. pic.twitter.com/Nb2EOnb7eV

    — ANI (@ANI) November 27, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें:उत्तराखंड: किसानों को बंदरों के आतंक से मिलेगी निजात, हिमाचल की तर्ज पर बनेगा कानून
एडमिरल ने अपनी पुस्तक "ए प्राइम मिनिस्टर टू रिमेंमबर: मेमोरीज ऑफ़ ए मिलट्री चीफ" में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लिए गए प्रमुख रक्षा निर्णयों का उल्लेख किया है. सुशील ने लिखा है कि 1999 की कारगिल विजय अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे उत्कृष्ट उपलब्धियों में से एक थी. उन्होंने सामरिक नुकसान को बेहतरीन विजय में परिवर्तित करने का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को दिया. वाजपेयी ने जवानों को एलओसी पार न करने और पाकिस्तानी घुसपैठियों को अपने क्षेत्र से बाहर खदेड़ने के निर्देश दिए थे. अपनी पुस्तक में आगे लिखा है कि भारतीय संसद में हुए हमले के बाद वाजपेयी पाकिस्तानी सेना के कैंप को नष्ट करना चाहते थे, लेकिन किन्हीं कारणों से उन्हें इस योजना को रद्द करना पड़ा.

नैनीताल: पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुशील कुमार का नैनीताल से बेहद लगाव था. नेवी से रिटायरमेंट के बाद पिछले कई सालों से जिला मुख्यालय से दूर भवाली के गोलूधार में निवासरत थे. बुधवार सुबह उपचार के दौरान दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उनका निधन हो गया, 79 वर्षीय एडमिरल लंबे समय से बीमार चल रहे थे. सुशील कुमार को उनके विशिष्ट कार्यों और बहादुरी के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल,उत्तम सेवा मेडल समेत अन्य मेडलों से सम्मानित किया गया था.

navy chief admiral sushil kuma
भवाली के गोलूधार का निवास

30 दिसंबर 1998 से 2001 तक भारतीय नौसेना के प्रमुख रहे कुमार 1965 को 1971 के भारत-पाक युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी. गोवा मुक्तिसंग्राम में भी सुशील कुमार शामिल रहे थे. उन्हें जांबाजी के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल से नवाजा गया. उनके द्वारा लिखी गई किताब में उन्होंने लिखा है कि संसद हमले के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी सर्जिकल स्ट्राइक की तरह पीओके में एयर स्ट्राइक की योजना बनाई थी.

  • Former Navy Chief Admiral Sushil Kumar passed away early morning today at the Army Research and Referral Hospital in Delhi due to illness. He was 79. Kumar was Navy Chief from 1998 to 2000. pic.twitter.com/Nb2EOnb7eV

    — ANI (@ANI) November 27, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें:उत्तराखंड: किसानों को बंदरों के आतंक से मिलेगी निजात, हिमाचल की तर्ज पर बनेगा कानून
एडमिरल ने अपनी पुस्तक "ए प्राइम मिनिस्टर टू रिमेंमबर: मेमोरीज ऑफ़ ए मिलट्री चीफ" में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लिए गए प्रमुख रक्षा निर्णयों का उल्लेख किया है. सुशील ने लिखा है कि 1999 की कारगिल विजय अटल बिहारी वाजपेयी की सबसे उत्कृष्ट उपलब्धियों में से एक थी. उन्होंने सामरिक नुकसान को बेहतरीन विजय में परिवर्तित करने का श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को दिया. वाजपेयी ने जवानों को एलओसी पार न करने और पाकिस्तानी घुसपैठियों को अपने क्षेत्र से बाहर खदेड़ने के निर्देश दिए थे. अपनी पुस्तक में आगे लिखा है कि भारतीय संसद में हुए हमले के बाद वाजपेयी पाकिस्तानी सेना के कैंप को नष्ट करना चाहते थे, लेकिन किन्हीं कारणों से उन्हें इस योजना को रद्द करना पड़ा.

Intro:घर की फ़ोटो मेल से भेजी है।

Summry

1965 और 1971 में पाकिस्तान से युद्ध लड़ चुके पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल सुशील कुमार की दिल्ली में हुई मौत, सुशील कुमार को उनके विशिष्ट कार्यों और बहादुरी के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल,उत्तम सेवा मेडल समेत अन्य मेडलों से किया गया था सम्मानित।

Intro

30 दिसंबर 1998 से 2001 तक भारतीय नौसेना के प्रमुख रहे एडमिरल सुरेश कुमार 1965 को 1971 के भारत-पाक युद्ध में अहम लड़ाई लड़ी, गोवा मुक्तिसंग्राम में भी सुशील कुमार शामिल रहे हैं, उन्हें जाबाजी के लिए परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल से नवाजा गया।
सुशील कुमार के द्वारा लिखी गई किताब में उन्होंने कहा है कि संसद हमले के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई ने सर्जिकल स्ट्राइक की तरह पीओके में एयर स्ट्राइक की योजना बनाई थी


Body:एडमिन ने अपनी पुस्तक " ए प्राइम मिनिस्टर टू रिमेंबर: मेमोरीज ऑफ़ ए मिलट्री चीफ" में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई द्वारा लिए गए प्रमुख रक्षा निर्णययो का उल्लेख किया है सुशील ने लिखा है कि 1999 की कारगिल की लड़ाई अटल बिहारी बाजपेई की सबसे उत्कृष्ट उपलब्धियों में से एक थी उन्होंने सामरिक नुकसान को बेहतरीन विजय के परिवर्तित का श्रेय अटल बिहारी वाजपेई को दिया बाजपेई ने जवानों को एलओसी पार न करने और पाकिस्तानी घुसपैठियों को अपने क्षेत्र से बाहर करने के निर्देश दिए थे, सुशील ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि भारतीय संसद में हुए हमले के बाद वाजपेई पाकिस्तानी सेना के कैंप को नष्ट करना चाहते थे लेकिन किन्ही कारणों से उन्हें इस योजना को रद्द करना पड़ा।


Conclusion:सुशील ने अपनी इस पुस्तक में इस बात का भी जिक्र किया है कि तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह 9/11 हमले के बाद अमेरिका, अफगानिस्तान युद्ध में अमेरिका का समर्थन करना चाहते थे, लेकिन सैन्य प्रमुख इस पर सहमत नहीं थे तब अटल बिहारी वाजपेई ने सैन्य प्रमुखों कोई निर्णय का समर्थन किया था।

पूर्व एडमिरल सुशिल कुमार लंबे समय से बीमार थे जिनका दिल्ली के आर्मी अस्पताल में उपचार चल रहा था, नेवी से रिटायर होने के बाद सुशील ने नैनीताल के भवाली मार्ग पर स्थित गोलू धार ने अपना घर बनाया था सुशील अक्सर नैनीताल के इस घर में आकर रहा करते थे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.