रामनगर: कॉर्बेट नेशनल पार्क में 3 सागौन के पेड़ों पर आरी चला दी गई. मामले में कॉर्बेट प्रशासन ने फॉरेस्टर और वन आरक्षी को निलंबित कर दिया है. बीते दिनों कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज में सागौन के 3 हरे पेड़ काटने का मामला सामने आया था. यहां तस्करों ने 3 हरे पेड़ काटते हुए कॉर्बेट प्रशासन के वनों की सुरक्षा के दावों की पोल खोल दी थी. अब कॉर्बेट प्रशासन ने इस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए क्षेत्र के वन दरोगा और वन आरक्षी पर कार्रवाई करते हुए दोनों को निलंबित कर दिया है.
गौरतलब है पिछले माह 24 अगस्त को ढेला रेंज में तस्करों ने 3 सागौन के पेड़ों को काट दिया था. मामला तब सामने आया था जब कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेंज के पत्थरूवा बीट में वन कर्मी गश्त के लिए निकले. गश्त में वन कर्मियों को तीन सागौन के पेड़ कटे हुए मिले थे. हैरानी की बात ये है कि वन कर्मियों पेड़ काटने के दौरान इसकी भनक तक नहीं लगी थी. वहीं कॉर्बेट प्रशासन ने इसकी जांच शुरू करते हुए 2 वनकर्मियों को निलंबित करने की कार्रवाई की है.
कॉर्बेट निदेशक धीरज पांडे ने इसमें जांच अधिकारी पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी को नियुक्त किया था. पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी ने बताया इस मामले में प्रारंभिक जांच के बाद वन दरोगा गौरा राम और वन आरक्षी गोपाल बिष्ट को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें- कॉर्बेट नेशनल पार्क में रैप्टर प्रजाति के संरक्षण पर जोर, गिद्धों और चीलों की हो रही गणना