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हल्द्वानी: वन विभाग शुरू करेगा एंबुलेंस सेवा, घायल वन्यजीवों को मिलेगा इलाज - हल्द्वानी हिंदी समाचार

वन विभाग वन्यजीवों के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू करने जा रहा है. विभाग का कहना है कि इस सेवा के शुरू होने के बाद घायल जानवरों को समय रहते इलाज मिल सकेगा. उन्हें समय रहते रेस्क्यू सेंटर ले जाया जा सकेगा और उनकी जान बचाई जा सकेगी.

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घायल वन्यजीवों को समय रहते मिलेगा इलाज
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Published : Oct 7, 2020, 12:39 PM IST

हल्द्वानी: नैनीताल के हल्द्वानी में वन विभाग अब वन्यजीवों के घायल होने पर उन्हें अब एंबुलेंस की मदद से रेस्क्यू सेंटर तक पहुंचाया जाएगा. इसके लेकर वन विभाग की ओर से सभी तरह की तैयारियां शुरू कर दी है. वन विभाग की ओर से बताया जा रहा है कि घायल जानवरों को ध्यान में रख कर एंबुलेंस तैयार की जा रही है. जल्द ही इसे शुरू भी करा दिया जाएगा.

मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं तेजस्विनी पाटिल ने बताया कि अभी तक जंगलों में घायल जानवरों को रेस्क्यू सेंटर तक ले जाने के साधारण वाहनों रा प्रयोग किया जाता रहा है. था. ऐसे में विभाग के कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में एंबुलेंस सेवा शुरू होने से घायल वन्य जीवों को तत्काल उपचार मिल सकेगा और समय रहते उन्हें रेस्क्यू सेंटर तक पहुंचाया जा सकेगा.

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पाटिल ने बताया कि अभी तक जानवरों के घायल होने पर उन्हें कुमाऊं मंडल के रानी बाग स्थित वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर और नैनीताल के चिड़ियाघर रेस्क्यू सेंटर में भेजा जाता रहा है. वहीं, अब एंबुलेंस सेवा शुरू होने से वन्यजीवों को तुरंत उपचार मिल सकेगा, जिससे कि उनकी समय रहते जान बचाई जा सकेगी.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड के पूर्व डीजीपी एमए गणपति DGCA के डीजी नियुक्त

उन्होंने बताया कि प्रत्येक वन रेंजों में एक-एक एंबुलेंस की व्यवस्था कराई जाएगी. कैंपा के माध्यम से एंबुलेंस खरीदी जा रही है. इसके अलावा एंबुलेंस में 2 पशु चिकित्सक और एक फार्मासिस्ट को भी तैनात किया जाएगा. शासन से अनुमति मिलते ही एंबुलेंस की खरीद-फरोख्त कर ली जाएगी.

हल्द्वानी: नैनीताल के हल्द्वानी में वन विभाग अब वन्यजीवों के घायल होने पर उन्हें अब एंबुलेंस की मदद से रेस्क्यू सेंटर तक पहुंचाया जाएगा. इसके लेकर वन विभाग की ओर से सभी तरह की तैयारियां शुरू कर दी है. वन विभाग की ओर से बताया जा रहा है कि घायल जानवरों को ध्यान में रख कर एंबुलेंस तैयार की जा रही है. जल्द ही इसे शुरू भी करा दिया जाएगा.

मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं तेजस्विनी पाटिल ने बताया कि अभी तक जंगलों में घायल जानवरों को रेस्क्यू सेंटर तक ले जाने के साधारण वाहनों रा प्रयोग किया जाता रहा है. था. ऐसे में विभाग के कर्मचारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. ऐसे में एंबुलेंस सेवा शुरू होने से घायल वन्य जीवों को तत्काल उपचार मिल सकेगा और समय रहते उन्हें रेस्क्यू सेंटर तक पहुंचाया जा सकेगा.

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पाटिल ने बताया कि अभी तक जानवरों के घायल होने पर उन्हें कुमाऊं मंडल के रानी बाग स्थित वन्यजीव रेस्क्यू सेंटर और नैनीताल के चिड़ियाघर रेस्क्यू सेंटर में भेजा जाता रहा है. वहीं, अब एंबुलेंस सेवा शुरू होने से वन्यजीवों को तुरंत उपचार मिल सकेगा, जिससे कि उनकी समय रहते जान बचाई जा सकेगी.

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उन्होंने बताया कि प्रत्येक वन रेंजों में एक-एक एंबुलेंस की व्यवस्था कराई जाएगी. कैंपा के माध्यम से एंबुलेंस खरीदी जा रही है. इसके अलावा एंबुलेंस में 2 पशु चिकित्सक और एक फार्मासिस्ट को भी तैनात किया जाएगा. शासन से अनुमति मिलते ही एंबुलेंस की खरीद-फरोख्त कर ली जाएगी.

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