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'लक्ष्मी' को दया मृत्यु दिए जाने की खबरें फर्जी, डीएफओ बोले- हो रहा सुधार

बीते कई दिनों से बीमार लक्ष्मी हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के वेटनरी डॉक्टर आ चुके हैं. लेकिन, लक्ष्मी हथिनी के स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट आने के कारण दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने हड़कंप मचा दिया.

'लक्ष्मी' को दया मृत्यु दिए जाने की खबरें फर्जी.
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Published : Jun 25, 2019, 11:35 PM IST

रामनगर: वन विभाग के संरक्षण में पल रही हथिनी लक्ष्मी के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट की खबरें आ रही हैं. वहीं, हथिनी लक्ष्मी को दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने वन विभाग की नींद उड़ा दी है. विभाग ने इस प्रकार की खबरों को गलत ठहराते हुए हथिनी लक्ष्मी को स्वास्थ्य लाभ मिलने की बात कही है.

बीते कई दिनों से बीमार लक्ष्मी हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के वेटनरी डॉक्टर आ चुके हैं. लेकिन, लक्ष्मी हथिनी के स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट आने के कारण दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने हड़कंप मचा दिया. वहीं, वन विभाग ने इस तरह की खबरों को गलत ठहराया है.

'लक्ष्मी' को दया मृत्यु दिए जाने की खबरें फर्जी.

रामनगर वन प्रभाग ने हाई कोर्ट के आदेश पर निजी रिसॉर्ट द्वारा सैलानियों को सफारी कराए जाने पर रोक लगा दी गई थी. हाथियों में से 55 साल की लक्ष्मी नामक हथिनी का स्वास्थ्य बहुत खराब है. उसके दोनों पैरों में इन्फेक्शन होने के कारण टांगों की मांसपेशियां कमजोर पड़ चुकी हैं. साथ ही हथिनी के घाव भी नहीं भर रहे हैं. वन विभाग हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के पशु चिकित्सकों की सेवाएं तक ले ली हैं.

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रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ बी पी सिंह ने दया मृत्यु दिए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने बताया कि लक्ष्मी को जो उपचार दिया जा रहा है, उससे लक्ष्मी को फायदा मिल रहा है. साथ ही वो पानी, हरी सब्जियां और चारे को खा रही है, जिस कारण उसके उपचार में सुधार की संभावनाएं बनी हुई हैं.

रामनगर: वन विभाग के संरक्षण में पल रही हथिनी लक्ष्मी के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट की खबरें आ रही हैं. वहीं, हथिनी लक्ष्मी को दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने वन विभाग की नींद उड़ा दी है. विभाग ने इस प्रकार की खबरों को गलत ठहराते हुए हथिनी लक्ष्मी को स्वास्थ्य लाभ मिलने की बात कही है.

बीते कई दिनों से बीमार लक्ष्मी हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के वेटनरी डॉक्टर आ चुके हैं. लेकिन, लक्ष्मी हथिनी के स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट आने के कारण दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने हड़कंप मचा दिया. वहीं, वन विभाग ने इस तरह की खबरों को गलत ठहराया है.

'लक्ष्मी' को दया मृत्यु दिए जाने की खबरें फर्जी.

रामनगर वन प्रभाग ने हाई कोर्ट के आदेश पर निजी रिसॉर्ट द्वारा सैलानियों को सफारी कराए जाने पर रोक लगा दी गई थी. हाथियों में से 55 साल की लक्ष्मी नामक हथिनी का स्वास्थ्य बहुत खराब है. उसके दोनों पैरों में इन्फेक्शन होने के कारण टांगों की मांसपेशियां कमजोर पड़ चुकी हैं. साथ ही हथिनी के घाव भी नहीं भर रहे हैं. वन विभाग हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के पशु चिकित्सकों की सेवाएं तक ले ली हैं.

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रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ बी पी सिंह ने दया मृत्यु दिए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने बताया कि लक्ष्मी को जो उपचार दिया जा रहा है, उससे लक्ष्मी को फायदा मिल रहा है. साथ ही वो पानी, हरी सब्जियां और चारे को खा रही है, जिस कारण उसके उपचार में सुधार की संभावनाएं बनी हुई हैं.

Intro:summary- रामनगर वन प्रभाग द्वारा फालतू हथिनी लक्ष्मी के स्वास्थ में लगातार आ रही गिरावट के चलते अफवाहों का बाज़ार गर्म है। लक्ष्मी को दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने वन विभाग की नींदें उड़ा दी है। विभाग द्वारा इस प्रकार की खबरों को गलत ठहराते हुए उसके स्वास्थ में लाभ के संकेत मिलने की बात की जा रही है।

intro- रामनगर बीते समय से कष्ट झेल रही लक्ष्मी नामक हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के वेटनरी डॉक्टर की सेवाएं ली जा चुकी है। लेकिन लक्ष्मी के स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट ही आ रही है। लक्ष्मी के स्वास्थ को लेकर दया मृत्यु दिए जाने की खबरों का बाज़ार गर्म था जिसे वन विभाग ने अनुचित ठहरा दिया है।


Body:v.o.- रामनगर वन प्रभाग ने हाईकोर्ट के आदेश पर निजी रिसोर्ट द्वारा सैलानियों को सफारी कराए जाने वाले जप्त हाथियों में से 55 साल की लक्ष्मी नामक हथिनी का स्वास्थ्य बहुत दयनीय है। उसके दोनों अगली टांगों में इन्फेक्शन होने के कारण टांगों की मांसपेशियां कमजोर पद चुकी है। और घाव भरने का नाम नहीं ले रहा है। वन विभाग ने इसका उपचार कराने के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रिका के पशु चिकित्सकों की सेवाएं तक ली जा चुकी है। परंतु लक्ष्मी के स्वास्थ्य में कोई लाभ नहीं हो रहा है। जिसको लेकर लक्ष्मी को दया मृत्यु दिए जाने को लेकर अफवाहों का बाज़ार गर्म है। बावजूद इसके रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ बी.पी.सिंह ने दया मृत्यु दिए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। उनका कहना है कि लक्ष्मी को जो उपचार दिया जा रहा है उस उपचार से लक्ष्मी को फायदा हो रहा है। वह पानी, हरी सब्जियां और चारे को खा रही है। जिस कारण उसके उपचार में सुधार की संभावनाये बनी हुई है।तो इन हालातों में लक्ष्मी को दे मृत्यु दिए जाने का प्रश्र अनुचित है।

BYTE- बी.पी. सिंह (डीएफओ,वन प्रभाग रामनगर)


Conclusion:f.v.o.- भले ही लक्ष्मी हथिनी को दया मृत्यु दिए जाने की खबरों का खंडन कर दिया गया हो परंतु लक्ष्मी की हालत पर दया जरूर आती है। जिसको बार-बार उपचार के लिए जेसीबी से खड़ा किया जाता हो। इसी हालातो से लक्ष्मी कितनी कष्ट में है। उत्तराखंड वाइल्ड लाइफ वार्डन को चाहिए कि लक्ष्मी को देश के किसी अच्छे रेस्क्यू सेंटर में उपचार के लिए भेजने की अनुमति तुरंत वन विभाग को देनी चाहिए जहां उसे अच्छे उपचार मिल सके और उसे बचाया जा सके।
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