रामनगर: वन विभाग के संरक्षण में पल रही हथिनी लक्ष्मी के स्वास्थ्य में लगातार गिरावट की खबरें आ रही हैं. वहीं, हथिनी लक्ष्मी को दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने वन विभाग की नींद उड़ा दी है. विभाग ने इस प्रकार की खबरों को गलत ठहराते हुए हथिनी लक्ष्मी को स्वास्थ्य लाभ मिलने की बात कही है.
बीते कई दिनों से बीमार लक्ष्मी हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के वेटनरी डॉक्टर आ चुके हैं. लेकिन, लक्ष्मी हथिनी के स्वास्थ्य में निरंतर गिरावट आने के कारण दया मृत्यु दिए जाने की खबरों ने हड़कंप मचा दिया. वहीं, वन विभाग ने इस तरह की खबरों को गलत ठहराया है.
रामनगर वन प्रभाग ने हाई कोर्ट के आदेश पर निजी रिसॉर्ट द्वारा सैलानियों को सफारी कराए जाने पर रोक लगा दी गई थी. हाथियों में से 55 साल की लक्ष्मी नामक हथिनी का स्वास्थ्य बहुत खराब है. उसके दोनों पैरों में इन्फेक्शन होने के कारण टांगों की मांसपेशियां कमजोर पड़ चुकी हैं. साथ ही हथिनी के घाव भी नहीं भर रहे हैं. वन विभाग हथिनी के इलाज के लिए भारत से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक के पशु चिकित्सकों की सेवाएं तक ले ली हैं.
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रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ बी पी सिंह ने दया मृत्यु दिए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने बताया कि लक्ष्मी को जो उपचार दिया जा रहा है, उससे लक्ष्मी को फायदा मिल रहा है. साथ ही वो पानी, हरी सब्जियां और चारे को खा रही है, जिस कारण उसके उपचार में सुधार की संभावनाएं बनी हुई हैं.