रामनगर: विश्व प्रसिद्ध जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को बाघों के घनत्व के लिए जाना जाता है. मॉनसून में जंगलों के अंदर वन्यजीवों की सुरक्षा किसी चुनौती से कम नहीं होती. शिकारी कॉर्बेट पार्क में बाघों का शिकार करने के लिए पार्क के अंदर घुसपैठ करते हैं. इसे देखते हुए कॉर्बेट प्रशासन 12 थर्मल कैमरों से 24 घंटे निगरानी करता है.
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट पार्क की सुरक्षा को लेकर बहुत सेंसटिव हैं. बारिश के कारण नदी-नाले आते हैं, जिससे कई बार गश्त भी प्रभावित होती है. उन्होंने बताया कि कॉर्बेट पार्क की उत्तर प्रदेश से जो लगती सीमाएं हैं, वहां पर 12 थर्मल कैमरों से दिन और रात निगरानी की जा रही है.
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उन्होंने बताया कि कॉर्बेट पार्क में संवेदनशील वनक्षेत्रों की निगरानी के लिए के लिए थर्मल कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये सभी कैमरे आपस में जुड़े रहते हैं, जो केंद्रीय नियंत्रण कक्ष से संचालित होते हैं. इन कैमरों से दूर की फोटो को जूम करने की अत्यधिक क्षमता, 360 डिग्री रोटेशन और विपरीत मौसम में भी कार्य करने की क्षमता होती है.