हल्द्वानी: गौला पार के ग्रामीण इलाकों में सिंचाई नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा (supply of water in irrigation canal) है. इस कारण स्थानीय किसानों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. सिंचाई नहर में पानी छोड़ने के लिए किसान कई बार संबंधित विभागों के अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन किसी ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. आखिर में परेशान होकर किसान कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत के पास पहुंचे और उनके सामने अपनी समस्या व्यक्त (Farmers met Kumaon commissioner Deepak Rawat) की.
ग्रामीणों ने बताया कि पहले के मुकाबले सिंचाई नहर में बहुत कम पानी छोड़ा जा रहा है. किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है. ऐसे में उनकी फसल खराब हो रही है. पिछले साल आई आपदा से हुए नुकसान की भरपाई वो अभीतक नहीं कर पाए हैं. ऐसे में इस साल पानी की कमी के कारण उन्हें और ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
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ग्रामीणों ने बताया कि गौलापार इलाके में कई जगहों पर सिंचाई नगर क्षतिग्रस्त है. इसकी वजह से पानी की सप्लाई गांव के अंतिम इलाकों नहीं पहुंच पा रही है. नहरों को ठीक करने की मांग को लेकर गौलापार के ग्रामीण मंडल आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत से भी मिले. मंडल आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत ने ग्रामीणों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया है. मंडल आयुक्त के मुताबिक नहरों की मरम्मत को लेकर 2 अलग अलग एस्टीमेट बने जो करीब 5 करोड़ की लागत के हैं, जिनको शासन स्तर पर भेजा गया है.