हल्द्वानी: बीते दिनों हुई जमकर ओलावृष्टि और बरसात के चलते कुमाऊं मंडल में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, तिलहन और दलहन के फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा नुकसान नैनीताल जनपद में हुआ है. जबकि दूसरे नंबर पर अल्मोड़ा जनपद के किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है.
संयुक्त कृषि निदेशक प्रदीप कुमार के अनुसार, कुमाऊं मंडल में इस वर्ष 2,36,822 हेक्टेयर भूमि में कृषि का लक्ष्य रखा गया था. इसके सापेक्ष में 2,43094 हेक्टेयर में रबी की बुआई की गई थी. ओलावृष्टि और बरसात के चलते रबी के फसलों को नुकसान के आंकलन के लिए जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया गया था.
जिसमें पूरे कुमाऊं मंडल में 10,775 हेक्टेयर भूमि में फसल को नुकसान पहुंचा है. जिसमें 554 हेक्टेयर फसल को 33% से अधिक का नुकसान पहुंचा है. जिन किसानों का फसल 33% से ऊपर का नुकसान हुआ है, उनको मुआवजा दिए जाने का काम किया जा रहा है और कई किसानों को मुआवजा दिया जा चुका है.
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प्रदीप कुमार के मुताबिक, सबसे ज्यादा 281 हेक्टेयर रबी की फसल का नुकसान नैनीताल जनपद में हुआ है. जबकि अल्मोड़ा जनपद में 274 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई है. जिनमें गेहूं, जौ, चना, मटर, मसूर, तिलहन और दलहन की फसलें हैं.