हल्द्वानी: बुद्ध पार्क में पूर्व सैनिकों ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए वन रैंक वन पेंशन टू की विसंगतियों को दूर करने के लिए केंद्र सरकार से मांग की. 7 सूत्रीय मांगों को लेकर पूर्व सैनिकों ने सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा है. जिसमें वन रैंक वन पेंशन टू में हुई विसंगतियों को दूर करने की मांग की गई है. इसके साथ ही एमएसपी अलाउंस सभी रैंक का समान किया जाने को लेकर मांग की गई है.
इसके अलावा युद्ध में शहीद व घायलों को वन रैंक वन पेंशन टू में पेंशन वृद्धि का लाभ दिए जाने की मांग की गई है. पूर्व सैनिकों का कहना है कि वन रैंक वन पेंशन टू में जो विसंगतियां हैं उससे सेना का सिपाही वर्ग बेहद नाराज है. पूर्व सैनिकों का कहना है कि जंतर मंतर में पूर्व सैनिक लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. उन्हीं के समर्थन में नैनीताल और उधम सिंह नगर के पूर्व सैनिकों ने आज बुद्ध पार्क में यह प्रदर्शन किया है. अगर सरकार फिर भी नहीं जागी तो 12 मार्च को उत्तराखंड से पूर्व सैनिक जंतर मंतर में हो रहे धरना प्रदर्शन में आंदोलन करने के लिए कूच करेंगे. उन्होंने कहा वन रैंक वन पेंशन में एमएसपी सहित अन्य विसंगतियों को दूर करने की मांग लगातार की जा रही है.
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पूर्व सैनिकों ने सेना के अधिकारियों पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि सेना के अधिकारी अपने स्तर से अपने अपने नियम लागू कर लेते हैं, लेकिन, सैनिकों के लिए नियम में भेदभाव किया जाता है. यहां तक कि पूर्व सैनिकों के परिवारों को मिलने वाली मेडिकल सुविधा में भी कटौती की गई है. पूर्व सैनिकों का आरोप है कि जिस तरह से देश के नेता कुछ दिनों के लिए विधायक और मंत्री बनकर सत्ता में बैठ जाते हैं और अपनी पेंशन लागू कर सभी तरह की योजनाओं का लाभ लेते हैं लेकिन एक सैनिक कई सालों तक बॉर्डर पर देश की रक्षा करता है लेकिन सेनाओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है. भारी संख्या में पहुंचे सैनिक हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में धरना प्रदर्शन करने के बाद सड़कों पर जुलूस निकालते हुए सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचे.