हल्द्वानी: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत हमेशा से अपने अलग अंदाज के लिए जाने जाते हैं. आज भी हरीश रावत का नया अंदाज देखने को मिला. अपने बिंदुखत्ता दौरे पर पहुंचे हरदा खेतों में गेहूं काट रही महिलाओं के बीच चले गए और उनकी समस्याओं को जाना. इस दौरान महिलाओं ने हरीश रावत को गेहूं समर्थन मूल्य बढ़ाने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. वहीं, उन्होंने मामले में राज्य और केंद्र सरकार के अधिकारियों से बात करने का आश्वासन दिया.
हरीश रावत अल्मोड़ा स्थित गांव से सीधे लालकुआं विधानसभा पहुंचे. जहां उन्होंने ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पुष्कर सिंह दानू के घर गए और उनके पिता के निधन शोक जताते हुए परिजनों को सांत्वना दी. इस दौरान हरदा काफिला बिन्दुखत्ता से गुजर रहा था. जहां महिलाओं को खेत में गेहूं काटते हुए देख हरीश रावत अपने आप को रोक नहीं सके. हरीश रावत गाड़ी से उतर खेतों में महिलाओं के बीच पहुंचे और उनका हालचाल जाना.
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इस दौरान महिलाओं ने गेहूं का समर्थन मूल्य कम होने की बात कही. महिलाओं ने हरीश रावत को बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य 21.50 रुपये निर्धारित किया गया है. जबकि बाजार में 2500 रुपये क्विंटल गेहूं का रेट चल रहा है. महिलाओं ने पूर्व सीएम से अविलंब मामले में हस्तक्षेप करते हुए गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाने के लिए सरकार से बात करने को कहा.
जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा वह इस मामले में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी इस संबंध में पत्र भेजेंगे. हरदा ने कहा सरकार में बैठे जिम्मेदार लोग फिजूलखर्ची करने में व्यस्त हैं. जबकि जनता के समक्ष भारी समस्याएं बढ़ती जा रही है, जिनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.