हल्द्वानी: तराई केंद्रीय वन प्रभाग के टांडा क्षेत्र के जंगल से सटे गांवों में हाथियों ने आतंक मचा रखा है. हाथियों का झुंड शाम होते ही काश्तकारों के खेतों में पहुंचकर जमकर उत्पात मचा रहा. साथ ही खेतों में खड़ी फसलों को भी बर्बाद कर रहा. वहीं इस ओर वन विभाग कोई कदम नहीं उठा रहा है.
इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक तराई केंद्रीय वन प्रभाग के भान देव नेवाड़ और हल्दूचौड़ के कई ग्रामीण इलाकों में बढ़ता जा रहा है. हाथियों के झुंड ने पूरी फसलों को रौंद दिया है. वहीं, हाथियों को भगाने के लिए ग्रामीण पूरी रात जगकर अपनी फसल को बचाते हैं. वहीं हाथी भागने के बजाय उल्टा ग्रामीणों पर हमला कर देते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों का झुंड शाम ढलते ही खेत में पहुंच जाता है. हाथियों का आतंक पिछले कई महीनों से जारी है, हाथियों ने पहले गन्ने और धान की फसलों को बर्बाद किया. वहीं अब वो गेहूं और मटर की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं.
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ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि वन विभाग से इसको लेकर कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन वन विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं. साथ ही कहा कि हाथियों के आतंक से हर साल कई एकड़ फसल बर्बाद हो जाती है लेकिन वन विभाग और प्रशासन कोई मुआवजा नहीं दे रहा है.