हल्द्वानी: तराई केंद्रीय वन प्रभाग (Terai Central Forest Division) में हाथियों के मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 15 दिन पहले जहां ट्रेन से कटकर एक हाथी के बच्चे की मौत हो गई थी, वहीं एक बार फिर से करंट लगने से नर हाथी की मौत (elephant death due to electric current) हुई है. मामला तराई केंद्रीय वन प्रभाग के हल्द्वानी रेंज का है. यहां ग्रामीणों ने सुबह एक नर हाथी का शव खेत में पड़े होने की सूचना वन विभाग को दी. हाथी की मौत के बाद वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं मौके पर अधिकारी पहुंच पूरे मामले की जांच में जुटे हुए हैं.
बीते दिन तराई केंद्रीय वन प्रभाग की हल्द्वानी रेंज (Forest Department Haldwani Range) के मोटाहल्दू के जंगल से हाथियों के झुंड से दो हाथी बरेली रोड के मोटाहल्दू के ग्राम सभा पदमपुर देवलिया में पहुंचे. जिनमें से एक हाथी की गन्ने के खेत के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई. जबकि दूसरा हाथी जंगल को चला गया. वहीं ग्राम प्रधान रमेश जोशी द्वारा मामले की सूचना विभाग के अधिकारियों को दी गई. जिसके बाद एसडीओ शशि देव व वन क्षेत्राधिकारी उमेश आर्या के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची.
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वन विभाग की टीम हाथी की मौत के कारणों का पता लगा रही है. तराई केंद्रीय वन प्रभाग में हाथियों की मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. 15 दिन के भीतर यह दूसरी घटना है जहां हाथी की मौत हुई है. पिछले साल भी तराई पूर्वी वन प्रभाग के हल्दूचौड़ क्षेत्र में हाथी की करंट लगने से मौत हुई थी. हाथियों के झुंड लगातार जंगलों से निकलकर आबादी वाले इलाकों में पहुंच रहे हैं. इसका नतीजा है कि लगातार मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. हाथी जहां लोगों की फसलों और घरों को नुकसान पहुंच रहे हैं तो वहीं हाथियों को भी जान का खतरा बना हुआ है. विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. हाथी के शव का पोस्टमार्टम कराकर उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा.