रामनगरः कॉर्बेट नेशनल पार्क अब पहले की मुकाबले हाईटेक हो गया है. पार्क प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में ई-सर्विलांस कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों के जरिए शिकारियों पर पैनी नजर रखी जाएगी. इसके अलावा पार्क में लगने वाली आग और वन्यजीवों के विचरण की जानकारी भी मिल सकेगी.
बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में अभी तक साधारण कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी, लेकिन कॉर्बेट प्रशासन ने टेक्नोलॉजी को हाईटेक करने के लिए पुराने कैमरों को हटाकर ई-सर्विलांस लगाए हैं. इन कैमरों का मकसद शिकारियों पर कड़ी नजर बनाए रखना है. इसके लिए पार्क प्रशासन ने सबसे संवेदनशील दक्षिणी सीमा पर थर्मल कैमरे लगा दिए हैं. दक्षिणी सीमा के झरना जोन से लेकर कालागढ़ और पाखरो तक प्रशासन ने 12 थर्मल कैमरे लगाए हैं.
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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व उपनिदेशक चंद्रशेखर जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन कैमरों को एक टावर पर लगाया गया है. ये कैमरे ऊंचाई पर स्थापित होने से 360 डिग्री एंगल तक घूमकर फोटो खींच सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना होने पर ये कैमरे इसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को भेजते हैं. सूचना कंट्रोल रूम को मिलने पर वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंचती है. साथ ही बताया कि ये कैमरे जंगल में आग लगने की घटना का पता लगा सकते हैं. इसके अलावा वन्यजीवों के विचरण पर भी इन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है.