ETV Bharat / state

कॉर्बेट पार्क में ई-सर्विलांस कैमरों की नजर से नहीं बच सकेगा कोई, सभी की होगी निगरानी

कॉर्बेट प्रशासन ने टेक्नोलॉजी को हाईटेक करने के लिए पुराने कैमरों को हटाकर ई-सर्विलांस लगाए हैं. इसके लिए पार्क प्रशासन ने सबसे संवेदनशील दक्षिणी सीमा पर थर्मल कैमरे लगा दिए हैं. दक्षिणी सीमा के झरना जोन से लेकर कालागढ़ और पाखरो तक प्रशासन ने 12 थर्मल कैमरे लगाए हैं.

कॉर्बेट पार्क में ई-सर्विलांस कैमरों की नजर
author img

By

Published : May 14, 2019, 7:42 PM IST

रामनगरः कॉर्बेट नेशनल पार्क अब पहले की मुकाबले हाईटेक हो गया है. पार्क प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में ई-सर्विलांस कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों के जरिए शिकारियों पर पैनी नजर रखी जाएगी. इसके अलावा पार्क में लगने वाली आग और वन्यजीवों के विचरण की जानकारी भी मिल सकेगी.

कॉर्बेट प्रशासन ने पार्क की निगरानी के लिए लगाए ई-सर्विलांस कैमरे.


बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में अभी तक साधारण कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी, लेकिन कॉर्बेट प्रशासन ने टेक्नोलॉजी को हाईटेक करने के लिए पुराने कैमरों को हटाकर ई-सर्विलांस लगाए हैं. इन कैमरों का मकसद शिकारियों पर कड़ी नजर बनाए रखना है. इसके लिए पार्क प्रशासन ने सबसे संवेदनशील दक्षिणी सीमा पर थर्मल कैमरे लगा दिए हैं. दक्षिणी सीमा के झरना जोन से लेकर कालागढ़ और पाखरो तक प्रशासन ने 12 थर्मल कैमरे लगाए हैं.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में रुक-रुक हो रही बर्फबारी, ठंड और ग्लेशियर ने बढ़ाई यात्रियों की मुश्किलें


कॉर्बेट टाइगर रिजर्व उपनिदेशक चंद्रशेखर जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन कैमरों को एक टावर पर लगाया गया है. ये कैमरे ऊंचाई पर स्थापित होने से 360 डिग्री एंगल तक घूमकर फोटो खींच सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना होने पर ये कैमरे इसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को भेजते हैं. सूचना कंट्रोल रूम को मिलने पर वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंचती है. साथ ही बताया कि ये कैमरे जंगल में आग लगने की घटना का पता लगा सकते हैं. इसके अलावा वन्यजीवों के विचरण पर भी इन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है.

रामनगरः कॉर्बेट नेशनल पार्क अब पहले की मुकाबले हाईटेक हो गया है. पार्क प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में ई-सर्विलांस कैमरे लगाए हैं. इन कैमरों के जरिए शिकारियों पर पैनी नजर रखी जाएगी. इसके अलावा पार्क में लगने वाली आग और वन्यजीवों के विचरण की जानकारी भी मिल सकेगी.

कॉर्बेट प्रशासन ने पार्क की निगरानी के लिए लगाए ई-सर्विलांस कैमरे.


बता दें कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में अभी तक साधारण कैमरों से निगरानी रखी जा रही थी, लेकिन कॉर्बेट प्रशासन ने टेक्नोलॉजी को हाईटेक करने के लिए पुराने कैमरों को हटाकर ई-सर्विलांस लगाए हैं. इन कैमरों का मकसद शिकारियों पर कड़ी नजर बनाए रखना है. इसके लिए पार्क प्रशासन ने सबसे संवेदनशील दक्षिणी सीमा पर थर्मल कैमरे लगा दिए हैं. दक्षिणी सीमा के झरना जोन से लेकर कालागढ़ और पाखरो तक प्रशासन ने 12 थर्मल कैमरे लगाए हैं.

ये भी पढ़ेंः केदारनाथ धाम में रुक-रुक हो रही बर्फबारी, ठंड और ग्लेशियर ने बढ़ाई यात्रियों की मुश्किलें


कॉर्बेट टाइगर रिजर्व उपनिदेशक चंद्रशेखर जोशी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन कैमरों को एक टावर पर लगाया गया है. ये कैमरे ऊंचाई पर स्थापित होने से 360 डिग्री एंगल तक घूमकर फोटो खींच सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना होने पर ये कैमरे इसकी सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को भेजते हैं. सूचना कंट्रोल रूम को मिलने पर वनकर्मियों की टीम मौके पर पहुंचती है. साथ ही बताया कि ये कैमरे जंगल में आग लगने की घटना का पता लगा सकते हैं. इसके अलावा वन्यजीवों के विचरण पर भी इन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है.

Intro:नोट- इस खबर से संबंधित विजुवल मेंल से भेजा गया है। जबकि स्क्रिप्ट और बाइट मोजो से भेजी गई है कृपया दोनों को चैक कर लें।

एंकर- कॉर्बेट नेशनल पार्क के संवेदनशील क्षेत्र में अब ई सर्विलांस कैमरें लगाए गए हैं। जिनसे कॉर्बेट में शिकारियों पर पैनी नजर बनी रहेगी इसके अलावा आग की घटनाओं की भी सूचनाएं एवं वन्यजीवों के विचरण की जानकारी इन कैमरों से मिल सकेगी


Body:वीओ- कॉर्बेट नेशनल पार्क पहले से और हाईटेक हो गया है।पार्क की सबसे संवेदनशील दक्षिणी सीमा पर अब थर्मल कैमरे लगाए गए हैं। दक्षिणी सीमा के झरना जोन से लेकर कालागढ़ और पाखरो तक 12 थर्मल कैमरे लगाई गए हैं। दरअसल अभी तक यहां साधारण कैमरों से काम चल रहा था। परंतु कॉर्बेट प्रशासन ने टेक्नोलॉजी को और हाईटेक करने के लिए पुराने कैमरों को हटाकर ई सर्विलांस को लगाया है। इन कैमरों को लगाने का मकसद शिकारियों पर कड़ी नजर बनाए रखना है। इसके अलावा जंगल में आग लगने की घटना का तुरंत पता चलना तथा वनजीवो के विचरण पर भी कैमरे निगरानी रखेंगे। इन कैमरों की खासियत यह है कि 360 डिग्री एंगल तक घूमकर फोटो खींच सकते हैं। किसी भी अप्रिय घटना होने पर यह कैमरे तुरंत सुचना कंट्रोल रूम को भेजते हैं। सूचना कंट्रोल रुम में आने पर तुरंत वनकर्मियों की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर हुई घटना पर नियंत्रण करती है।
बाइट- चंदशेखर जोशी (उपनिदेशक,कॉर्बेट टाइगर रिजर्व)


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.