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कुमाऊं की पेयजल व्यवस्था लड़खड़ाई, 50 योजनाएं ठप, 2 करोड़ से अधिक का नुकसान - Nainital Rain

नैनीताल जनपद में जल संस्थान को भारी नुकसान हुआ है. नैनीताल शहर, हल्द्वानी, रामनगर और लालकुआं डिवीजन को करीब 2 करोड़ का नुकसान हुआ है. पेयजल की 260 योजनाओं में से 50 योजनाएं पूरी तरह से ठप पड़ गई हैं.

Haldwani Drinking Water Supply
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Published : Oct 21, 2021, 3:17 PM IST

Updated : Oct 21, 2021, 3:25 PM IST

हल्द्वानी: प्रदेश में दैवीय आपदा के चलते पेयजल विभाग को पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी नुकसान हुआ है. भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से रामनगर और नैनीताल में पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. साथ ही पेयजल स्रोतों को भी नुकसान पहुंचा है. जानकारी मिली है कि 260 योजनाओं के तहत सप्लाई की जाने वाले पेयजल आपूर्ति की 50 योजनाएं पूरी तरह से ठप हो चुकी हैं.

जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि नैनीताल जिले में जल संस्थान को भारी नुकसान पहुंचा है. पहाड़ में जल स्रोत और पाइप लाइन के साथ-साथ फिल्टर प्लांट को भी नुकसान पहुंचा है. जिले में करीब 60 फीसदी पेयजल सप्लाई बंद पड़ी हैं. जिसे ठीक करने का काम किया जा रहा है.

कुमाऊं की पेयजल व्यवस्था लड़खड़ाई.

सक्सेना ने बताया कि हल्द्वानी की गौला नदी से फिल्टर प्लांट की सप्लाई भी तीन दिन से बंद थी. नदी के पानी में सिल्ट आने से फिल्टर प्लांट ने काम करना बंद कर दिया था, जिसको ठीक कर शहर की पेयजल व्यवस्था शुरू कर दी गई है. जिन क्षेत्रों में पेयजल संकट बना हुआ है, उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की सप्लाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुचारू करने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है.

पढ़ें- आपदा का हवाई सर्वे कर लौटे शाह, बोले- केंद्र की चेतावनी के बाद नुकसान कम, CM की थपथपाई पीठ

जल संस्थान को 2 करोड़ का नुकसान: उन्होंने बताया कि रामनगर, लालकुआं, हल्द्वानी पेयजल खंड को काफी नुकसान पहुंचा है. रामनगर डिवीजन में करीब 65 लाख, हल्द्वानी डिवीजन को 55 लाख, लालकुआं डिवीजन को 14 लाख और नैनीताल डिवीजन को करीब 62 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

हल्द्वानी: प्रदेश में दैवीय आपदा के चलते पेयजल विभाग को पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी नुकसान हुआ है. भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से रामनगर और नैनीताल में पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं. साथ ही पेयजल स्रोतों को भी नुकसान पहुंचा है. जानकारी मिली है कि 260 योजनाओं के तहत सप्लाई की जाने वाले पेयजल आपूर्ति की 50 योजनाएं पूरी तरह से ठप हो चुकी हैं.

जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता विशाल कुमार सक्सेना का कहना है कि नैनीताल जिले में जल संस्थान को भारी नुकसान पहुंचा है. पहाड़ में जल स्रोत और पाइप लाइन के साथ-साथ फिल्टर प्लांट को भी नुकसान पहुंचा है. जिले में करीब 60 फीसदी पेयजल सप्लाई बंद पड़ी हैं. जिसे ठीक करने का काम किया जा रहा है.

कुमाऊं की पेयजल व्यवस्था लड़खड़ाई.

सक्सेना ने बताया कि हल्द्वानी की गौला नदी से फिल्टर प्लांट की सप्लाई भी तीन दिन से बंद थी. नदी के पानी में सिल्ट आने से फिल्टर प्लांट ने काम करना बंद कर दिया था, जिसको ठीक कर शहर की पेयजल व्यवस्था शुरू कर दी गई है. जिन क्षेत्रों में पेयजल संकट बना हुआ है, उन क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल की सप्लाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल व्यवस्था को पूर्ण रूप से सुचारू करने में एक सप्ताह से अधिक का समय लग सकता है.

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जल संस्थान को 2 करोड़ का नुकसान: उन्होंने बताया कि रामनगर, लालकुआं, हल्द्वानी पेयजल खंड को काफी नुकसान पहुंचा है. रामनगर डिवीजन में करीब 65 लाख, हल्द्वानी डिवीजन को 55 लाख, लालकुआं डिवीजन को 14 लाख और नैनीताल डिवीजन को करीब 62 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.

Last Updated : Oct 21, 2021, 3:25 PM IST
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