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हल्द्वानी सीट पर टिकट के लिए कांग्रेस में बगावत के आसार, BJP की डगर भी नहीं आसान

हल्द्वानी विधानसभा सीट पर टिकटों का वितरण कांग्रेस के लिए काफी कठिन है. यहां के टिकट के दर्जन भर उम्मीदवार हैं. प्रबल दावेदार के रूप में सुमित हृदयेश और दीपक बलुटिया को आगे माना जा रहा है. बीजेपी के लिए भी ये सीट आसान नहीं है.

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हल्द्वानी सीट पर टिकट के लिए बगावत के आसार
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Published : Jan 15, 2022, 3:30 PM IST

हल्द्वानी: कुमाऊं की सबसे हॉट सीट मानें जाने वाली हल्द्वानी सीट, कुमाऊं की राजनीति के दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है. हल्द्वानी सीट कांग्रेस की कद्दावर नेता इंदिरा हृदयेश की परंपरागत सीट मानी जाती थी, लेकिन इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों में दावेदारों की लंबी लिस्ट देखने को मिल रही है.

दोनों पार्टियों में टिकट वितरण से पहले बगावत की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. सभी दावेदार अपने टिकट को लेकर पार्टी हाईकमान के आगे अपनी-अपनी पहुंच के माध्यम से टिकट पाने की कोशिश में लगे हैं.

हल्द्वानी सीट पर टिकट के लिए बगावत के आसार

पढ़ें- रसोई पर पड़ रही महंगाई की मार, उत्तराखंड में आसमान छू रहे सब्जी और राशन के दाम

इंदिरा हृदयेश की परंपरागत सीट से उनके पुत्र और कांग्रेस के एआईसीसी सदस्य सुमित हृदेश, इंदिरा के सपनों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार जनता के बीच जा रहे हैं. सुमित स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश की उपलब्धियों को भी जनता को बता रहे हैं. वहीं, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता और एनडी तिवारी के नाती दीपक बलुटिया भी हल्द्वानी सीट से कांग्रेस से प्रबल दावेदार मानें जा रहे हैं.

राज्य आंदोलनकारी और पूर्व दर्जा मंत्री ललित जोशी, हल्द्वानी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य आंदोलनकारी हुकुम सिंह कुमार, सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों ने कांग्रेस से दावेदारी की है. सभी दावेदार अपनी अपनी जीत का भरोसा कांग्रेस हाईकमान को दे रहे हैं. ऐसे में प्रबल दावेदार के रूप में सुमित हृदयेश और दीपक बलुटिया को माना जा रहा है. अगर कांग्रेस हाईकमान द्वारा टिकट वितरण में जरा भी चूक हुई तो हल्द्वानी सीट से कांग्रेस में बगावत निश्चित है. संभावित दावेदार निर्दलीय ताल ठोक सकते हैं, जो कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.

पढ़ें- उत्तराखंड चुनाव 2022: बीजेपी मुख्यालय में कोर कमेटी की बैठक शुरू, प्रत्याशियों के नाम होंगे फाइनल

वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति विशेषज्ञ गणेश पाठक भी मान रहे हैं कि टिकट वितरण में दोनों पार्टियों द्वारा सही निर्णय नहीं लिया जाना बगावत का कारण बन सकता है. बात बीजेपी की करें तो इस बार हल्द्वानी सीट से भारतीय जनता पार्टी से कोई मजबूत दावेदार सामने नहीं दिखाई दे रहा है. यहां से कांग्रेस मजबूत दिखाई दे रही है. हल्द्वानी से भारतीय जनता पार्टी से मेयर जोगिंद्र पाल सिंह रौतेला, पूर्व दर्जा मंत्री प्रकाश हरबोला, पार्षद प्रमोद तोलिया सहित आधा दर्जन से अधिक दावेदार पार्टी के समक्ष अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं. जानकारों की मानें तो भाजपा में बगावत के आसार कम हैं, क्योंकि यह सीट भाजपा के लिए आसान नहीं है.

पढ़ें- रामनगर विधानसभा सीट पर हरीश रावत गुट का नया पैंतरा, तीनों ने दावेदारी छोड़ कांग्रेस को दिया ये ऑफर

गणेश पाठक का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी किसी पर भी दांव खेल सकती है, मगर ये आसार कांग्रेस में नहीं हैं. कांग्रेस में टिकट वितरण के दौरान बगावत के पूरे आसार हैं. हल्द्वानी सीट की हलचल पूरे कुमाऊं के साथ-साथ प्रदेश के राजनीति पर भी असर डालेगी.

हल्द्वानी: कुमाऊं की सबसे हॉट सीट मानें जाने वाली हल्द्वानी सीट, कुमाऊं की राजनीति के दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जाती है. हल्द्वानी सीट कांग्रेस की कद्दावर नेता इंदिरा हृदयेश की परंपरागत सीट मानी जाती थी, लेकिन इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टियों में दावेदारों की लंबी लिस्ट देखने को मिल रही है.

दोनों पार्टियों में टिकट वितरण से पहले बगावत की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. सभी दावेदार अपने टिकट को लेकर पार्टी हाईकमान के आगे अपनी-अपनी पहुंच के माध्यम से टिकट पाने की कोशिश में लगे हैं.

हल्द्वानी सीट पर टिकट के लिए बगावत के आसार

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इंदिरा हृदयेश की परंपरागत सीट से उनके पुत्र और कांग्रेस के एआईसीसी सदस्य सुमित हृदेश, इंदिरा के सपनों को आगे बढ़ाने के लिए लगातार जनता के बीच जा रहे हैं. सुमित स्वर्गीय इंदिरा हृदयेश की उपलब्धियों को भी जनता को बता रहे हैं. वहीं, कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता और एनडी तिवारी के नाती दीपक बलुटिया भी हल्द्वानी सीट से कांग्रेस से प्रबल दावेदार मानें जा रहे हैं.

राज्य आंदोलनकारी और पूर्व दर्जा मंत्री ललित जोशी, हल्द्वानी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य आंदोलनकारी हुकुम सिंह कुमार, सहित आधा दर्जन से अधिक लोगों ने कांग्रेस से दावेदारी की है. सभी दावेदार अपनी अपनी जीत का भरोसा कांग्रेस हाईकमान को दे रहे हैं. ऐसे में प्रबल दावेदार के रूप में सुमित हृदयेश और दीपक बलुटिया को माना जा रहा है. अगर कांग्रेस हाईकमान द्वारा टिकट वितरण में जरा भी चूक हुई तो हल्द्वानी सीट से कांग्रेस में बगावत निश्चित है. संभावित दावेदार निर्दलीय ताल ठोक सकते हैं, जो कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है.

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वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति विशेषज्ञ गणेश पाठक भी मान रहे हैं कि टिकट वितरण में दोनों पार्टियों द्वारा सही निर्णय नहीं लिया जाना बगावत का कारण बन सकता है. बात बीजेपी की करें तो इस बार हल्द्वानी सीट से भारतीय जनता पार्टी से कोई मजबूत दावेदार सामने नहीं दिखाई दे रहा है. यहां से कांग्रेस मजबूत दिखाई दे रही है. हल्द्वानी से भारतीय जनता पार्टी से मेयर जोगिंद्र पाल सिंह रौतेला, पूर्व दर्जा मंत्री प्रकाश हरबोला, पार्षद प्रमोद तोलिया सहित आधा दर्जन से अधिक दावेदार पार्टी के समक्ष अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं. जानकारों की मानें तो भाजपा में बगावत के आसार कम हैं, क्योंकि यह सीट भाजपा के लिए आसान नहीं है.

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गणेश पाठक का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी किसी पर भी दांव खेल सकती है, मगर ये आसार कांग्रेस में नहीं हैं. कांग्रेस में टिकट वितरण के दौरान बगावत के पूरे आसार हैं. हल्द्वानी सीट की हलचल पूरे कुमाऊं के साथ-साथ प्रदेश के राजनीति पर भी असर डालेगी.

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